हरियाणा के युवाओं को मिलेगा रोजगार, हरियाणा में जर्मनी की कंपनी लगा रही ऑटोमोबाइल प्लांट
जर्मनी की कंपनी झज्जर में अपना ऑटोमोबाइल प्लांट लगा रही है। जर्मनी के पोपे + पोटहॉफ जीएमबीएच के प्रतिनिधिमंडल ने वीरवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी से चंडीगढ़ में मुलाकात की और अपने निवेश के प्रति विस्तार से चर्चा की। बैठक में ऑटोमोबाइल घटक विनिर्माण संयंत्र की प्रगति पर भी चर्चा की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कंपनी के सीईओ मार्कस केरखॉफ ने किया।
उनके अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में पोपे + पोथोफ के सेल्स प्रमुख थॉर्स्टन एलर्सिएक के साथ-साथ इस संयुक्त उद्यम में भारतीय भागीदार लालबाबा इंजीनियरिंग लिमिटेड के प्रतिनिधि भी शामिल थे। जर्मन की यह कंपनी विश्व के 70 से अधिक देशों में एक्टिव है। यह कंपनी हरियाणा में एक नई अनुसंधान और विकास सुविधा की स्थापना तलाश रही थी।
कंपनी के अधिकारियों ने हरियाणा प्रदेश की उद्योगों के प्रति अनुकूल नीतियों और सरकार की नीतियों की भी प्रशंसा की। इसी कारण कंपनी ने हरियाणा में निवेश के प्रति अपनी रुचि दिखाई है। इसके अलावा यह कंपनी हरियाणा से कुशल मैनपॉवर को नियोजित करने की भी योजना बना रही है। इससे हरियाणा के युवाओं को काफी लाभ होगा।
पर्यावरण के लक्ष्यों के अनुरूप
झज्जर में जर्मनी कंपनी द्वारा जो ऑटोमोबाइल प्लांट लगाया जा रहा है, वह पर्यावरण के लक्ष्यों के अनुरूप लगाया जाएगा। इस कंपनी को जितनी ऊर्जा की जरूरत होती, उसमें से 40 प्रतिशत सौर ऊर्जा से यह कंपनी चलेगी। इसके अलावा बिजली की भी इसे जरूरत होगी। यह कंपनी एयरबैग, ट्यूब जैसे उच्च परिशुद्धता घटकों के उत्पादन पर जोर देगी। इस प्रकार के उत्पाद इस समय भारत में दूसरे देशों से आयात किए जाते हैं। इसके बाद यह भारत में ही बनने लग जाएंगे। बैठक में विदेश सहयोग विभाग में मुख्यमंत्री के सलाहकार पवन कुमार चौधरी भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने कंपनी की प्रगति रिपोर्ट देखी और इस पर संतोष जताया। जल्द ही कंपनी को शुरू करने पर जोर दिया गया। इससे हरियाणा के काफी युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।