हरियाणा के इस जिले में जल्द तैयार होगा 220 केवी सब-स्टेशन, 60 गांवों को होगा लाभ
गुरुग्राम के रोजका मेव में बन रहा 220 केवी बिजली सब-स्टेशन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। अगले पांच महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद रोजका मेव के औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की समस्या दूर होगी। इसके अलावा सोहना के 60 गांवों में भी बिजली की समस्या दूर हो जाएगी। इससे लोगों को काफी लाभ होगा। इस समय बिजली कटौती तथा ओवरलोडिंग से जूझ रहे आसपास के लोगों तथा उद्योगपतियों को इससे राहत मिलेगी। यह बिजली सब-स्टेशन शुरू होने के बाद बिजली सप्लाई पहले से कहीं बेहतर हो जाएगी।
40 सालों से समस्या
रोजका मेव और आसपास के गांवों के लोग पिछले 40 सालों से बिजली समस्या से परेशान हैं। इन लोगों को न तो पूरी बिजली मिलती है और न ही 24 घंटे। यहां की औद्योगिक नगरी में वैसे तो 66 केवी का बिजली सब-स्टेशन है, लेकिन इससे पर्याप्त बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाती। इस बिजली घर पर औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र का भी लोड है। बिजली की आपूर्ति पूरी नहीं होने के कारण यहां से 40 किलोमीटर दूर पचगांव बिजली सब-स्टेशन से यहां बिजली की आपूर्ति की जा रही है। दूरी अधिक होने के कारण और ओवरलोडिंग के कारण बार-बार समस्या आ रही है। कभी बिजली के तार टूट जाते हैं तो कभी वोल्टेज पूरी नहीं मिलती। इससे औद्योगिक इकाई के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी काफी परेशान हैं। यहां पर बिजली की पर्याप्त सुविधा नहीं होने के कारण इस औद्योगिक क्षेत्र से लगभग 70 उद्यमी अपने उद्योग धंधे बंद करके पलायन कर चुके हैं। सरकार ने 1984 में सोहना के पास रोजका मेव औद्योगिक नगरी स्थापित की थी, लेकिन तभी से यहां पर बिजली की समस्या आ रही थी। सरकार ने वैसे उद्योगपतियों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करने का दावा किया था, लेकिन इसके बावजूद बिजली समस्या दूर नहीं हो रही थी। बार-बार फॉल्ट आने से बिजली के लिए परेशानी हो रही थी।
फाल्ट ठीक करने में लग रहा अधिक समय
बिजली निगम के उपमंडल अधिकारी मुकेश गौड़ ने कहा कि रोजका मेव आईएमटी में बिजली पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रही है। यहां के लिए 40 किलोमीटर दूर पचगांव के पॉवर हाउस से बिजली की सप्लाई दी जा रही है। लाइन में फाल्ट होने के कारण इसे ठीक करने में काफी समय लग जाता है, क्योंकि इसकी दूरी बहुत ज्यादा है। यह पॉवर हाउस केएमपी एक्सप्रेस-वे के पास दूसरी साइड में है, जहां से रांग साइड जाना पड़ता है, इसलिए फाल्ट ठीक करने में देरी हो जाती है। यहां की मांग अधिक है और आपूर्ति कम। इसलिए पॉवर कट लगाने पड़ते हैं। अगले पांच महीने में 220 केवी सब स्टेशन तैयार हो जाएगा, इसके बाद बिजली समस्या से निजात मिलेगी।