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Ujjain Greenfield Highway: उज्जैन ग्रीन फील्ड फोरलेन भूतेड़ा तक ही बनेगा, दिल्ली-मुंबई 8-लेन एक्सप्रेस-वे को किया जाएगा भूतेड़ा इंटरचेंज के पास लिंक

उज्जैन ग्रीन फील्ड फोरलेन भूतेड़ा तक ही बनेगा, दिल्ली-मुंबई 8-लेन एक्सप्रेस-वे को किया जाएगा भूतेड़ा इंटरचेंज के पास लिंक
 

Ratlam News: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से उज्जैन ग्रीनफील्ड फोरलेन एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। रोजगार और कीमती प्रॉपर्टी बचाने की मुहिम के साथ भूतेड़ा से महू-नीमच हाइवे तक प्रस्तावित 7 ब्रिज निरस्त करने की जिद का आंदोलन अब सफल होता दिख रहा है। सरकार या एमपीआरडीसी ने अधिकृत घोषणा तो नहीं की लेकिन अफसरों ने दबी जुबां में स्पष्ट किया है कि अभी ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल फोरलेन उज्जैन से भूतेड़ा तक ही बनेगा।

दिल्ली-मुंबई 8-लेन एक्सप्रेस-वे को भूतेड़ा इंटरचेंज के यहां पर लिंक करेंगे। इसके आगे महू-नीमच हाइवे तक का ग्रीन फील्ड फोरलेन विरोध के चलतेथ स्थगित रहेगा। हालांकि एक नुकसान ये हुआ कि किसान पद यात्रा से बैकफुट पर आई सरकार ने फिलहाल भूतेड़ा से अरनियापीथा होकर भैंसाना फंटे तक जिस फोरलेन बायपास की मांग हो रही थी, वह सर्वे भी स्थगित कर दिया है। यानी विकल्प के तौर पर नए फोरलेन बायपास की सुविधा भी नहीं मिलेगी। 

ऐसे में जन संघर्ष समिति तथा पदयात्रा आंदोलन के नेतृत्वकर्ता डीपी धाकड़ व अन्य सदस्यों ने पों ने नई मांग छेड़ दी है। इनका कहना है कि उज्जैन से भूतेड़ा तक ही ग्रीन फील्ड फोरलेन बनाने का निर्णय सही है। इससे शहरी क्षेत्र का रोजगार बचेगा लेकिन ये भी तय है कि सिंहस्थ 2028 के उज्जैन महाकुंभ में जो श्रद्धालु आएंगे। उनका ट्रैफिक दबाव जावरा पर ही सबसे ज्यादा रहेगा। ऐसे में भूतेड़ा से महू-नीमच हाइवे के ही लुहारी या बरगढ़ फंटे तक 6 किलोमीटर लंबा टू-लेन बनाना जरूरी है। ये बनने से रतलाम रूट का ट्रैफिक भूतेड़ा से ही इस नए टू-लेन बायपास पर डायवर्ट हो जाएगा। 

मंदसौर रूट का ट्रैफिक मौजूदा हुसैन टेकरी वाले बायपास से निकलता रहेगा। यदि सरकार या एमपीआरडीसी ये सोचती है कि विरोध हो रहा है। हमें तो भूतेड़ा से आगे कुछ नहीं बनाना है तो ये भी गलत होगा। रोजगार बचे तथा नए टू-लेन बायपास से नए रोजगार के अवसर बढ़ें भी, इस दिशा में काम करना यहां के जनप्रतिनिधियों की भी जिम्मेदारी है। इसलिए सरकार को यह बायपास बनाना ही चाहिए।

भूतेड़ा से बरगढ़ फंटे तक टू-लेन बायपास बनाने का प्रस्ताव पहले से है प्रस्तावित

भूतेड़ा से बरगढ़ फंटे तक टू-लेन बायपास बनाने का प्रस्ताव सिंहस्थ मद से शासन को पीडब्ल्यूडी ने भेज रखा है। इसके
लिए 24 जनवरी 2025 को पीडब्ल्यूडी के प्रभारी एसडीओ हिमांशु जैन और तहसीलदार संदीप इवने एवं टीम ने सर्वे भी किया और रिपोर्ट शासन को भेज दी है। हालांकि इसे अब तक स्वीकृति नहीं मिली है। ये भी चर्चा है कि बायपास में ज्यादातर सरकारी भूमि देखी गई ताकि कम मुआवजा देना पड़े लेकिन लोगों का कहना है कि भले ही मुआवजा देना पड़े दें लेकिन लेकिन रोड सही बने। जैसे अभी बरगढ़ से हरियाखेड़ा, मामटखेड़ा होकर भैंसाना फंटे तक जो टू-लेन सरकारी भूमि के चक्कर में अटका है तथा टेढ़ा-मेढ़ा बन रहा, वैसा नहीं बनना चाहिए तभी ये उपयोगी होगा और दुर्घटनाएं नहीं होंगी।

कांट्रोवर्सी से बचने अफसरों ने साधी चुप्पी, लेकिन टेंडर हुए

एमपीआरडीसी के एक अफसर ने बताया कि ये मुद्दा शासन स्तर तक चर्चित है। इसलिए हम कोई बयान नहीं दे सकते लेकिन अभी जो निर्देश हमें मिले हैं, उसके हिसाब से उज्जैन से भूतेड़ा तक ही ग्रीन फील्ड फोरलेन बनेगा। उसके आगे कुछ नहीं होगा और ना ही नए बायपास की प्लानिंग है। उज्जैन-भूतेड़ा ग्रीन फील्ड फोरलेन के टेंडर हो गए तथा तकनीकी परीक्षण पर गए हैं। इसके बाद एजेंसी फाइनल होगी तथा काम शुरू करवाया जाएगा।