Ratlam News: रतलाम शहर का यह रोड होगा 15 मीटर चौड़ा, 35 जगह हटाया जाएगा अतिक्रमण
Ratlam News: मध्य प्रदेश राज्य के रतलाम शहर के प्रमुख रोड को 8 मीटर से 15 मी चौड़ा करने की तैयारी चल रही है। रतलाम का फ्रीगंज रोड रहवासी के साथ शहर का प्रमुख व्यापारिक केंद्र भी है। यह रोड 5 साल बाद फिर खुदने जा रहा है। इससे पहले इस रोड को 2019 में अंडर ग्राउंड नाले के लिए सीमेंट के पाइप डालने के लिए रोड खोदा गया था। अब चौड़ा करने के लिए खुदाई होगी। अभी दो बत्ती चौराहा से खंडेलवाल नमकीन तक का करीब 700 मीटर लंबा डामर वाला रोड लगभग 8 मीटर चौड़ा है। इसकी दोनों तरफ से चौड़ाई बढ़ाकर 15 मीटर की जाएगी।
35 जगह हटाया जाएगा अतिक्रमण
रतलाम शहर के फ्रीगंज रोड के चौड़ीकरण के लिए हुए सर्वे में 35 जगह कच्चा-पक्का अतिक्रमण मिला है। नगर निगम के इंजीनियरों ने नपती करके लिस्ट तैयार कर ली है। इसमें 2 से 8 फीट तक का स्थाई और अस्थाई कब्जा किया गया है। निगम ने सभी को नोटिस जारी करना शुरू कर दिए हैं ताकि उन्हें हटाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाए। अगले सप्ताह से जेसीबी का पंजा चलना शुरू हो जाएगा। इसके बाद मजबूत बेस बनाने के लिए खुदाई चालू की जाएगी। महापौर प्रहलाद पटेल ने बताया कि यह शहर की प्रमुख सड़क है। इसे कायाकल्प योजना में चौड़ा करके नई बनाएंगे।
शहरमें दोनों तरफ 3.5 मी. फैलेगा रोड
रतलाम शहर में अभी जो डामर का रोड है, उसकी चौड़ाई लगभग 8 मीटर है। इसे 15 मीटर करने के लिए दोनों तरफ से 3.5-3.5 मीटर चौड़ा किया जाएगा। वर्तमान में सड़क गड्डेदार हो रही है, जिससे रहवासियों के साथ व्यापारी भी परेशान हैं। इसका आखिरी बार डामरीकरण 13 साल पहले हुआ था। इसके बाद जब भी डिमांड उठी निगम ने पैचवर्क करके छोड़ दिया।
रोड पर सेंट्रल लाइटिंग, डिवाइडर और नाली अलग बनेगी
इस रोड का यह पूरा प्रोजेक्ट 2 करोड़ रुपए से ज्यादा के खर्च वाला है। फिलहाल डामर के सिटी फोरलेन की लागत 1.43 करोड़ रुपए आएगी। इसका पैसा सरकार की कायाकल्प योजना से मिलना है। रोड पर डिवाइडर, सेंट्रल लाइटिंग और नाली भी बनेगी। निगम इसे अलग-अलग टेंडर करके बनाएगा।
सर्वे के विपरीत डाल दिए पाइप, पानी में गए 35 लाख रुपए
भाजपा नेता विजय सिंह चौहान ने बताया कि 2019 में निगम ने 35 लाख खर्च करके फ्रीगंज रोड पर अंडर ग्राउंड ओवरफ्लो नाले के लिए सीमेंट के बड़े पाइप डाले थे। ये तरह बेकार साबित हो रहे हैं। मैंने डाट की पुल से नागपाल बिल्डिंग तक नाला बनाने के लिए सर्वे करवाया था, जबकि निगम ने लाल गली से नागपाल बिल्डिंग तक पुराने नाले से ऊपर पाइप डाल दिए। इस कारण बारिश का पानी नहीं निकल पाता और सड़क से बहता है।