Movie prime

Ratlam News: 3 लाख बालिकाओं को दी आत्मरक्षा की ट्रेनिंग, 200 ब्लैक बेल्ट तैयार

 

Ratlam News: महिला आत्मरक्षा में निपुण हों, यह मौजूदा समय की सबसे बड़ी मांग है। रतलाम मार्शल आर्ट स्पोर्ट्स एसोसिएशन मिशन एक्शन ऑन द स्पॉट के माध्यम से बालिकाओं को मार्शल आर्ट की फ्री ट्रेनिंग देती है।

13 साल में 3 लाख बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस सिखाया। प्रदेश के कई जिलों में संस्था सक्रिय है। इनका मानना है कि मार्शल आर्ट से बालिकाएं ना सिर्फ शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनती हैं। बल्कि विपरीत हालात में में मुकाबला मुकाबला करने की ताकत भी उनमें आती है।

संस्था की शुरुआत 2013 में हुई। एसोसिएशन कोच बलवंतसिंह देवड़ा बताते हैं कि हम बालिकाओं को सिर्फ मार्शल आर्ट नहीं सिखाते बल्कि दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तु जैसे पैन, पेंसिल, सेफ्टी पिन, सो जैसी चीजों से आत्मरक्षा के तरीके भी बता रहे हैं। इससे बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है। स्कूल, कॉलेज और अन्य जगहों पर ओपन कैंपेनिंग की जाती है। 10 से 15 दिन का शिविर लगाकर बालिकाओं को ट्रेनिंग दी जाती है।

खासा बात ये है कि मिशन तो बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने का है लेकिन अच्छी बात ये है कि इसी मुहिम में अब तक 200 से अधिक ब्लैक बेल्ट खिलाड़ी तैयार हो चुके हैं। पहले बालिकाएं इसमें कम रुचि लेती थीं। अब मार्शल आर्ट एक खेल बन चुका है और अलग-अलग स्तर पर स्पर्धाएं होती हैं। इसमें बालिकाएं भी प्रतिभा दिखा रही हैं। देवड़ा ने बताया 1 से 15 मई तक धार के लालबाग में 350 बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया। जून का शिविर महू में लगेगा।


30 खिलाड़ी खेल शिक्षक तो 5 अन्य विभाग में दे रहे सेवाएं
मार्शल आर्ट स्पोट्र्स इवेंट है, इसके माध्यम से कई खिलाड़ी सरकारी महकमों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 30 खिलाड़ी खेल शिक्षक के रूप में पदस्थ हैं तो 2 आर्मी में, 3 पुलिस विभाग से जुड़े हैं। बालिकाओं को मार्शल आर्ट से जोड़ने का अभियान अब भी जारी है। इसी की बदौलत आलोट में हुए एक कार्यक्रम में 5147 बालिकाओं को एक साथ प्रशिक्षण देकर संस्था ने वज्र वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। 6 साल पहले शिक्षक सांस्कृतिक मंच रतलाम ने कोच देवड़ा को कोहिनूर अवॉर्ड से सम्मानित किया था।

सिल्वर और ब्रांज मेडल की संख्या भी काफी है- एसोसिएशन अध्यक्ष अजय पाटीदार बताते हैं कि मार्शल आर्ट के कई फॉर्म होते हैं जैसे जडो, ताइक्वांडो, मुईथाई। एसोसिएशन के बैनर तले कई खिलाड़ियों ने स्टेट और नेशनल टूनमिंट में हिस्सा लिया है। नेशनल लेवल पर 45 खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीते। स्टेट लेवल पर 120 खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल अपने नाम किए। सिल्वर और ब्रांज मेडल की संख्या भी काफी है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर कराते स्पर्धा (परीक्षा) रखी जाती है। इसमें हर उम्र के खिलाड़ी भाग लेते हैं। ये प्रतिभा दिखाकर व्हाइट से लेकर ब्लैक बेल्ट तक की रैंक हासिल करते हैं।