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 नगर निगम के सम्मलेन में "एक राष्ट्र एक चुनाव" का प्रस्ताव पारित,शहर से जुड़े मुद्दे नहीं होने पर कांग्रेस ने किया विरोध 
 
 

रतलाम,6 नवम्बर( इ खबर टुडे )। लगभग सात महीनो के बाद आयोजित किया गया नगर निगम का साधारण सम्मेलन निगम काफी  हंगामेदार रहा । कांग्रेस पार्षदों ने सम्मलेन के एजेंडे में शहर विकास से जुड़े मुद्दों को छौड़कर एक राष्ट्र एक चुनाव जैसे राष्ट्रीय मुद्दों को शामिल करने का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध किया । कांग्रेस के दो पार्षदों ने तो सम्मलेन के विरोध में  नगर निगम के बाहर सड़क पर धरना भी दिया। 

गुरुवार सुबह जैसे ही नगर निगम का सम्मेलन शुरू हुआ वैसे ही कांग्रेस पार्षदों ने एजेंडे को लेकर जमकर अपना विरोध जताया। कांग्रेस पार्षदों का आरोप था कि एजेंडे में राष्ट्रीय स्तर के मुद्दे लिए गए हैं, और शहर के  विकास से जुड़ा  एक भी मुद्दा शामिल नहीं किया गया है। इस मुद्दे को लेकर दो पार्षद सम्मेलन से बाहर भी निकल गए और नगर निगम के बाहर सड़क पर बैठकर अपना विरोध जताया।

प्रश्न काल में भाजपा-कांग्रेस दोनों पक्षों के पार्षदों ने घेरा

सम्मेलन की शुरुआत में प्रश्न कल के दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों पक्ष के पार्षदों ने अपने सवालों से अधिकारियों को घेरा। अमृत 2 योजना में काम नहीं होने और भुगतान करने का आरोप कांग्रेस पार्षदों ने लगाया। महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि भुगतान होना बाकी है। 

शहर में पिछले दिनों कई क्षेत्रों में जलप्रदाय नहीं होने और पाइपलाइन के कार्य के पूर्ण नहीं होने के मुद्दे को भी पार्षदों ने उठाया।

फर्जी सफाई गैंग का आरोप

भाजपा पार्षद परमानंद योगी ने अपने वार्ड में सफाई व्यवस्था पर असंतुष्टि जाहिर करते हुए फर्जी सफाई गैंग चलाने का आरोप भी लगाया। इस पर स्वच्छता प्रभारी राजेंद्र सिंह ने बीच में खड़े होकर कहा कि 15 लोगों की टीम लगाई जाती है। 

पार्षद परमानंद योगी ने कहा कि एक भी पार्षद से लिखकर ले लो, यदि कोई लिखकर दे दे कि उनके वार्ड में 15 लोगों की गैंग आई है। इसके बाद नगर निगम के एक अधिकारी ने ही स्वच्छता प्रभारी को चुप रहने और बैठ जाने का इशारा किया। भाजपा पार्षद शक्ति सिंह राठौड़ ने कचरा निष्पादन का मुद्दा उठाया। इस पर निगम आयुक्त अनिल भाना ने जवाब दिया।

कांग्रेस पार्षदों ने जब एजेंडे पर पर चर्चा के दौरान अपने वार्ड के विकास के मुद्दे उठाए तो निगम अध्यक्ष ने पहले एजेंडे पर चर्चा करने की बात कही। कांग्रेस पार्षदों के विरोध जताने पर निगम अध्यक्ष ने कहा कि एजेंडे पर चर्चा के बाद सभी को वार्डों के विकास कार्यों के मुद्दे पर बोलने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा।

महापौर की टिप्पणी पर कांग्रेस पार्षद नाराज

कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में विकास कार्य नहीं होने के आरोप और हंगामे पर महापौर प्रहलाद पटेल ने टिप्पणी करते हुए कहा कि पार्षद फील्ड में जाते नहीं है और घर पर ही रहते हैं। उन्हें पता ही नहीं है कि क्या काम हुआ है। इस पर कांग्रेस पार्षद यासमीन शेरानी  ने आपत्ति जताते हुए नाराजगी जाहिर की। कांग्रेस पार्षद यास्मीन शैरानी का कहना था कि वह 1994 से पार्षद है और उनके काम के आधार पर ही जनता उन्हें जीताकर  भेजती है। यह टिप्पणी सही नहीं है। 

इस पर महापौर ने कहा कि उन्होंने सभी पार्षदों के लिए नहीं कहा है। जो पार्षद फील्ड में नहीं जाते हैं, उनको लेकर यह बात कही है। इसके बाद मामला शांत हुआ। 

भोजन अवकाश के पहले यह प्रस्ताव हुए पारित 

नगर निगम सम्मेलन के प्रथम सत्र में बहुमत के आधार पर एक राष्ट्र एक चुनाव के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर स्वदेशी उत्पादों के प्रोत्साहन के प्रस्ताव को भी पारित किया गया। सम्मेलन में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी रिफॉर्म्स को लेकर उठाए गए कदम के समर्थन में भी प्रस्ताव पारित किया गया। 

सम्मेलन में निगम आयुक्त अनिल भाना, उपायुक्त, सभी विभागों के प्रभारी सहित महापौर परिषद सदस्य भगत भदोरिया, पार्षद श्रीमती निशा पवन सोमानी, धर्मेन्द्र रांका, रणजीत टांक सहित पक्ष- विपक्ष के पार्षद मौजूद थे। 

स्थानीय मुद्दों को छोड़ राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा कराना महापौर के मानसिक दिवालीये पन की निशानी

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 नगर निगम के सम्मेलन में स्थानीय मुद्दों के स्थान पर राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा कराने के विरोध में कांग्रेस पार्षद सलीम मोहम्मद बागवान तथा निर्दलीय पार्षद श्रीमती उमा रामचंद्र‌ डोई ने परिषद के सम्मेलन का बहिष्कार कर नगर निगम के मुख्य गेट के बाहर चार घंटे तक धरना दिया ।


सलीम मोहम्मद बागवान ने बताया कि शहर के नलों में आ रहे पानी में सीवर की गंदगी मिल रही है । सिवरेज के सारे चैंबर ओवरफ्लो‌ होकर सड़कों पर गंदगी का सागर बह रहा है, सड़के टूट गई है, खंडहर जैसी हो गई है, और लगातार एक्सीडेंट हो रहे है, आवारा कुत्ते रोज 20 लोगों को काट रहे हैं, आदि कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा करने के स्थान पर वन नेशन वन इलेक्शन, जीएसटी रिफॉर्मेशन, आत्म निर्भर भारत पर चर्चा कर रहे हैं । यह महापौर के मानसिक दिवालीयेपन का प्रतीक है । महापौर अगर समस्या पर चर्चा नहीं कर सकते तो उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए ।


चार घंटे तक चला यह धरना पूर्व शहर अध्यक्ष महेंद्र कटारिया के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ कि इस लड़ाई को हर स्तर पर लड़ा जाएगा । इस अवसर पर महेंद्र कटारिया ने कहा कि जिन मुद्दों पर संसद बहस कर रही है, जो जेपीसी के अंदर चर्चा में हैं, उन मुद्दों पर नगर निगम में बहस करना, महापौर का जनता की समस्याओं से भागकर कर अपनी कमजोरी दिखाना हैं । महापौर समस्या को हल करने में अक्षम है ।

 कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना ने कहा कि सलीम मोहम्मद बागवान और उमा ड़ोई ने जो कदम उठाया है, वह रतलाम की जनता के लिए हितकारी होगा । उन्होंने कहा कि स्थानीय ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा होनी चाहिए, उनके निदान पर चर्चा होनी चाहिए‌, क्या योजना बने, उस पर चर्चा होनी चाहिए, ना की राष्ट्रीय मुद्दों पर ।

इस अवसर पर नगर निगम पार्षद दल के उप नेता कमरुद्दीन कछवाय, पीयूष बाफना, सोनू व्यास, अल्पु नागोरी, धर्मेंद्र मंडवारिया, चिराग भंडारी, आदि कई कार्यकर्ता एवं शहर के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे ।