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Ratlam Railway Mandal: 160 की स्पीड से दौड़ेंगी अब ट्रेनें, रतलाम से दाहोद के बीच चल रहा ट्रैक का अपग्रेडेशन, दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक के पास पोल का काम हुआ शुरू

 

Ratlam Railway Mandal: पश्चिम रेलवे दिल्ली-मुंबई ट्रैक पर गाड़ियों की स्पीड बढ़ाने पर काम कर रही है। मिशन रफ्तार के तहत ट्रैक के पास नए पोल लगाए जा रहे हैं। हैं। रतलाम से दाहोद के बीच काम चल रहा है। थांदला रोड से मेघनगर स्टेशन के बीच अभी काम किया जा रहा है। मिशन रफ्तार में रेलवे ट्रेनों की गति 130 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति से बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटा करने की तैयारी में है। पिछले दिनों रतलाम मंडल ने खाचरोद से नागदा के बीच डबल लाइन में प्रणाली अपग्रेड कर काम पूरा कर लिया। इसके साथ ही इस सेक्शन में कवच सिस्टम पर भी काम हो रहा है। 

कवच सिस्टम रेल दुर्घटना रोकने का करेगा काम

कवच सिस्टम रेल दुर्घटनाएं रोकने के लिए काम करेगा। परंपरागत ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) को अत्याधुनिक 2x25 केवी प्रणाली में अपग्रेड किया जाएगा। जिससे ट्रेन की गति, विश्वसनीयता और परिचालन दक्षता के नए आयाम स्थापित होंगे। इसके लिए कुछ स्टेशन तय किए गए हैं जहां सब स्टेशन (टीएसएस) बनाए जाएंगे। बिजली वितरण की दक्षता और रखरखाव में सुगमता के लिए इस प्रणाली की सुरक्षा और स्थायित्व बढ़ाने के लिए एरियल अर्थ कंडक्टर एवं फीडर वायर की भी व्यवस्था होगी। रेलवे अफसरों के अनुसार यह अत्याधुनिक प्रणाली न केवल उच्च गति वाली ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त करेगी, बल्कि परिचालन समयबद्धता और ऊर्जा दक्षता में भी उल्लेखनीय सुधार होगा। पिछले दिनों नागदा-खाचरोद खंड पर भारतीय रेल में पहली बार किसी मौजूदा ओएचई प्रणाली को अपग्रेड कर 2x25 केवी प्रणाली में परिवर्तित किया गया है।

कवच सिस्टम की टेस्टिंग करने की तैयारी हुई शुरू 

मिशन रफ्तार के साथ ही इस रूट पर कवच सिस्टम भी तैयार किया जा रहा है। ट्रेन कॉलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (टीसीएएस) रेल दुर्घटनाओं को रोकने का ऑटोमेटिक सिस्टम है। ये सेंसर से चलने वाला सिस्टम है। अगर कोई लोको पायलट खुद गाड़ी रोक नहीं पाएगा तो सिस्टम गाड़ी रोक देगा। आमने-सामने, आगे-पीछे और साइड से गाड़ी टकराने से सिस्टम रोकेगा। गाड़ी स्वतः पीछे जाएगी तो इसे भी रोक देगा। रियल टाइम सिग्नलिंग सूचना भी देगा।