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Ratlam News: रतलाम में अटकी जमीनों की रजिस्ट्रियां, डेढ़ महीने से नहीं मुख्य जिला पंजीकृत अधिकारी 

 

Ratlam News: रतलाम जिले में रजिस्ट्रियों के लिए लोग कार्यालय के चक्कर काट-काट कर परेशान हो रहे हैं।
सालाना 150 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व देने वाले जिला पंजीयक विभाग में डेढ़ महीने से फुल फ्लैश मुख्य जिला पंजीयक नहीं है। ऐसी रजिस्ट्रियां जिनमें उप पंजीयकों को लगता है कि स्टाम्प ड्यूटी कम है या लाइव लोकेशन में कोई परेशानी है, कच्ची सड़क की जगह डामर की सड़क बनी है तो वे अटक गई हैं।

ऐसे मामले मुख्य जिला पंजीयक के पास जाते हैं और वे इसका निराकरण करते हैं। स्टाम्प ड्यूटी बढ़ाना है तो वे बढ़ाते और रजिस्ट्रियां हो जाती हैं। इससे क्रेता और विक्रेता दोनों परेशान हो रहे हैं। यदि मुख्य जिला पंजीयक की स्थायी नियुक्ति हो तो अपील हो सकेगी और रुकी हुई रजिस्ट्रियां हो सकेंगी। हैं

डेढ़ महीने पहले तक यूसुफ खान मुख्य जिला पंजीयक का काम देख रहे थे। उनका तबादला राजगढ़ हो गया है। इसके बाद ट्रांसफर के सीजन में मंजूलता पटेल को मुख्य जिला पंजीयक बनाया गया लेकिन उन्होंने भी ज्वाइन नहीं किया। इसके बाद दो सप्ताह पहले मंदसौर के मुख्य जिला पंजीयक प्रशांत पराशर को रतलाम का प्रभार दिया गया। उन्हें सप्ताह में दो दिन गुरुवार और शुक्रवार को यहां का काम देखना है। वे भी पिछले सप्ताह नहीं आए। ऐसे में खरीदार और विक्रेताओं की परेशानी दूर नहीं हो पा रही है और वे रोजाना परेशान हो रहे हैं। जबकि शहर में 60 से 70 दस्तावेजों का पंजीयन रोजाना होता है। इसके बाद भी ये हाल हैं। इतना राजस्व देने के बाद भी कोई देखने और सुनने वाला नहीं है।

मुख्य जिला पंजीयक के साथ एक उप पंजीयक की नियुक्ति जरूरी प्रॉपर्टी व्यवसायी संघ के राजकमल जैन ने बताया कि इतना बड़ा शहर है और फुल फ्लैश किसी की नियुक्ति नहीं की गई है। इससे डेढ़ महीने से विभाग रामभरोसे ही चल रहा है। जल्द नियुक्ति होना चाहिए। वहीं विभाग में दो ही उप पंजीयक हैं। इससे एक और पंजीयक की नियुक्ति भी होना चाहिए ताकि काम में तेजी आ सके।