Ratlam News: रतलाम के बाजार में लौटी रौनक, जीएसटी घटते ही बिके 350 वाहन
Ratlam News: रतलाम शहर में सोमवार को जीएसटी की दरें घटते ही बाजार में खरीदी का माहौल बन गया। नवरात्रि के पहले दिन ही ऑटोमोबाइल सेक्टर में जबरदस्त बूम देखने को मिला। एक ही दिन में 250 टू व्हीलर और 100 कारें बिकीं। लोग वाहन खरीदने के बाद कालिकामाता मंदिर पहुंचे और पूजन कराकर वाहन घर ले गए। इलेक्ट्रॉनिक सामान की भी अच्छी खरीदी हुई। एलईडी और एसी की बिक्री फिर से शुरू हो गई है।
पिछले 15 दिन से बाजार में मंदी थी। एक भी वाहन नहीं बिका था। टू व्हीलर विक्रेता गुस्ताद अंकलेसरिया ने बताया कि जीएसटी 10 फीसदी तक घटने से वाहन 6 से 16 हजार रुपए तक सस्ते हो गए हैं। इससे खरीदी फिर से शुरू हो गई है। अष्टमी और दशहरे के लिए भी लोग वाहन दीपावली बुक कराने आने लगे हैं। तक अच्छी खरीदी की उम्मीद है। फोर व्हीलर शोरूम के जीएम विष्णु सविता ने बताया कि जीएसटी कम होने से ग्राहक फिर से लौटे हैं। बाजार में रौनक लौट आई है। इलेक्ट्रॉनिक सामान विक्रेता मनीष जैन ने बताया कि जीएसटी कम होने की घोषणा के बाद से ही खरीदी थमी हुई थी। अब फिर से ग्राहक आने लगे हैं।
एफएमसीजी प्रोडक्ट पुरानी दरों पर ही बिकते रहे
एफएमसीजी और पैकेटबंद वस्तुओं पर जीएसटी की दरें कम हुईं। लेकिन बाजार में अधिकतर सामान पुरानी एमआरपी पर ही बिकता रहा। तेल सहित कई वस्तुएं पुरानी दरों पर ही बिकीं। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के प्रांत उपाध्यक्ष अनुराग लोखंडे ने कहा कि यह गलत है। पंचायत इसकी शिकायत करेगी ताकि ग्राहकों को लाभ मिल सके।
व्यापारियों की मीटिंग बुलानी थी
थोक किराना व्यापारी संघ के सचिव संजय पारख ने कहा कि व्यापारियों को नई दरों की जानकारी नहीं दी गई। जीएसटी लागू करने से पहले व्यापारियों की बैठक होनी थी। अधिकारियों को बताना था कि किन वस्तुओं पर दरें घटी हैं और पुराना स्टॉक कैसे बेचना है। सरकार ने दरें तो घटा दीं, लेकिन व्यापारियों को कोई राहत नहीं दी। आज भी 2500 रुपए सालाना प्रोफेशनल टैक्स देना पड़ रहा है।
जीएसटी कम कर ही व्यापारी सामान बेच रहे
संयुक्त व्यापारी संघ के अध्यक्ष मनोज झालानी ने कहा कि व्यापारी नई दरों पर ही सामान बेच रहे हैं। भले ही पैकेट पर पुरानी एमआरपी छपी हो, लेकिन जीएसटी कम कर ही ग्राहकों को सामान दिया जा रहा है। यदि कोई व्यापारी पुरानी दर पर सामान बेच रहा है तो शिकायत की जा सकती है। शिकायत के बाद विभाग जांच करके संबंधित व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है विभाग की ओर से गाइड लाइन नहीं आई
नापतौल विभाग के सहायक नियंत्रक भारत भूषण ने बताया कि विभाग की तरफ से अभी कोई गाइडलाइन नहीं आई है। इसलिए एमआरपी को लेकर कार्रवाई नहीं की जा सकती। गाइडलाइन आने के बाद ही कार्रवाई होगी।