Ratlam News: 20 क्रू सेट का पालनपुर तबादला किए जाने के खिलाफ चल रहा रनिंग स्टाफ का आमरण अनशन मंगलवार को खत्म हो गया। रेलवे प्रबंधन अनशन समाप्त करवाने की कोशिश कर रहा था लेकिन अनशन कर रहे कर्मचारियों में से पांच की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें एंबुलेंस से रेलवे अस्पताल ले जाया गया, जहां आईसीयू में इलाज चल रहा है। बात बिगड़ती देख अनशन का नेतृत्व कर रहे कर्मचारियों और रेलवे अधिकारियों के बीच बात हुई, जिसके बाद कर्मचारियों ने अनशन समाप्त करने का ऐलान कर दिया। मंगलवार को मनोज नागर, सुभाष बैरवा, प्रवीन मीना, दिनेश मीना, शिवदीप, राकेश यादव, मुश्ताक खान समेत अन्य अनशन पर बैठे थे।
पालनपुर जाने के लिए राजी हुए कर्मचारी
अनशन समाप्त करने के साथ ही कर्मचारी पालनपुर जाने के लिए भी राजी हो गए हैं। दरअसल, दिल्ली से अहमदाबाद के पालनपुर होकर मुंबई तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ऑफ इंडिया दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। इससे गुड्स ट्रेनों का संचालन बढ़ेगा, इसके चलते गुड्स लोको पायलट की संख्या भी ज्यादा लगेगी। इसके चलते ही रेलवे ने रतलाम के 20 क्रू सेट यानी लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट समेत 40 स्टाफ का 6 माह के लिए अस्थाई तौर पर पालनपुर ट्रांसफर किया है।
चार्ज शीट बनते देख बिना शर्त खत्म हुआ अनशन
समझौते की चर्चा के इतर पर्दे के पीछे की कहानी बिल्कुल अलग ही है। बताया जा रहा है कि ड्राइवरों को आमरण अनशन बिना किसी शर्त और मांग पूरी हुए खत्म करना पड़ा है। अंदरखाने खबर यह है कि वरिष्ठ अफसरों ने अनशन करने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए चार्जशीट (14/2) तैयार कर ली थी। इसकी भनक अनशनरत कर्मचारियों को लग गई। इसके बाद उनके तेवर नरम हुए और अपने अधिकारियों के मार्फत वरिष्ठों तक चर्चा का मैसेज कराया। इसके बाद मीटिंग हुई और अनशन खत्म हुआ।


