Movie prime

Ratlam News: रतलाम से नीमच के बीच 132 में से 71 किमी का डबल ट्रैक चालू

 

Ratlam News: रेलवे सीआरएस ई. श्रीनिवास और उनकी टीम ने शनिवार को बड़ायला चौरासी से ढोढर स्टेशन के बीच 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से नए ट्रैक का स्पीड ट्रायल किया। स्पेशल निरीक्षण कोच के साथ इंजन दोपहर 1 बजे बड़ायला से स्टार्ट हुआ जो 18 मिनट में 25 किमी दूर ढोढर पहुंचा। शुरुआत और जहां ट्रायल संपन्न हुआ, वहां रुकने के दौरान स्पीड धीमी रही लेकिन बीच में यानी जावरा स्टेशन सेक्शन में 120 की फुल स्पीड से ट्रेन दौड़ी।

144 साल बाद पहला मौका था जब जावरा में डबल ट्रैक पर सवारी कोच के साथ कोई ट्रेन निकली। दरअसल अंग्रेजी शासनकाल में 1875 से 1880 के बीच दिल्ली को दक्षिण से जोड़ने के लिए मीटरगेज लाइन बिछी। ये लाइन जयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, नीमच, मंदसौर, रतलाम, खंडवा, अकोला होकर हैदराबाद तक थी।

इस पर 144 साल पहले 1881 में पहली यात्री गाड़ी भाप इंजन से चली। फिर 2006-07 में इस लाइन को ब्रॉडगेज में बदला। 17 जून 2007 को बड़ी लाइन पर पहली ट्रेन चली। 2018-19 में ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ और उसके बाद 1 मार्च 2020 को पहली इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन शुरू हुई।

तब तक यह सिंगल ट्रैक था और अब डबल ट्रैक पर पहली बार सवारी कोच के साथ स्पेशल ट्रेन दौड़ने का 31 मई का नया कीर्तिमान है। शनिवार को भी ट्रायल रन से पहले सीआरएस श्रीनिवास के साथ निर्माण मुख्य प्रशासनिक अधिकारी विनीत गुप्ता एवं डीआरएम अश्विनी कुमार समेत पूरी टीम ने जावरा से बड़ायला तक पूरे ट्रैक, सिग्नल और क्रॉस ओवर समेत सभी नए ब्रिज का निरीक्षण किया।


अब क्रॉसिंग में लेट नहीं होंगी ट्रेनें, 53% दोहरीकरण पूरा
रतलाम से नीमच के बीच 132 किमी रेल लाइन दोहरीकरण चल रहा है। धाँसवास से बड़ायला 21 किमी और नीमच से मल्हारगढ़ 25 किमी ट्रैक पहले चालू हो गया था। बड़ायला से ढोढर 25 किमी ट्रैक शनिवार को रन थू हो गया। इसे मिलाकर 71 किमी डबल ट्रैक चालू हो चुका है। यानी 53 फीसदी काम कम्पलीट हो गया।

तकनीकी अधिकारियों के अनुसार अब बचे 61 किमी में से ढोढर-दलौदा 20 किमी डबल ट्रैक भी जून अंत तक चालू करने का लक्ष्य है। रतलाम से धौंसवास 2 किमी ट्रैक चालू होने में समय लगेगा क्योंकि रतलाम जंक्शन पर बड़ा यार्ड है जिसे तैयार होने में समय लगेगा। हालांकि दलौदा से मंदसौर 15 किमी और मंदसौर से मल्हारगढ़ 24 किमी डबल ट्रैक चालू होने में भी कुछ महीने लगेंगे।


रिपोर्ट रेलवे को देंगे-सीआरएस ने ट्रैक को हरी झंडी दे दी है। अब इस पर यात्री गाड़ियां निकल सकेंगी। बाकी निरीक्षण रिपोर्ट वे कंपाइल कर रेलवे तकनीकी विंग को देंगे। उसमें कुछ जो दिशा-निर्देश होंगे रेलवे सुधार करवाएगा। जहां यात्री सुविधाओं की कमी होगी, वहां सीआरएस टीप अनुसार काम कम्पलीट होगा।


डेमू पौने दो घंटे लेट, मेमू रद्द, ये आज से चलेगी

सीआरएस विजिट और ट्रैक कम्प्लीट करने के चक्कर में ट्रेनें भी प्रभावित हुईं। रतलाम-चित्तौड़गढ़ डेमू (79303) एक घंटे और 40 मिनट लेट हुई। ये सुबह 10.21 बजे जावरा आना थी लेकिन 12.02 बजे पहुंची। दोनों तरफ से डेमू ट्रेन तो तीन दिनों से ऐसे ही लेट चल रही है। शनिवार को हल्दीघाटी एक्सप्रेस (19817) भी डेढ़ घंटे लेट हुई। ये सुबह 9.27 बजे की जगह 10.58 बजे आई। वहीं उज्जैन-चित्तौड़गढ़ मेमू अप-डाउन तो 3 दिन से रतलाम-चित्तौड़गढ़ के बीच निरस्त ही है। ये आज से सुचारू होगी।