आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भाजपा ने लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का अभिनन्दन कर मनाया काला दिवस
Movie prime

 आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भाजपा ने लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का अभिनन्दन कर मनाया काला दिवस

 
 

रतलाम, 25 जून(इ खबर टुडे)। भारतीय जनता पार्टी ने आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर काला दिवस मनाया। इस मौके पर रंगोल परिसर में संगोष्टी हुई, जिसमें आपातकाल के दौरान जेल में लोकतंत्र रक्षक सैनानियों और उनके परिवार का अभिनन्दन किया गया। आपातकाल के काले अध्याय से जुड़े प्रसंगों की प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर रहे। अध्यक्षता उज्जैन के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सांकला ने की। इस दौरान एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप, महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, कार्यक्रम प्रभारी सुनील सारस्वत मंचासीन रहे।

काला दिवस संगोष्ठी की शुरुआत भाजपा के पितृपुरूषों डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पं.दीनदयाल उपाध्याय एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। भाजपा नेत्री सोना शर्मा एवं दिव्या शर्मा ने गीत प्रस्तुत किया। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने स्वागत भाषण दिया। अतिथियों ने मीसाबंदी लोकतंत्र रक्षक सेनानी पूर्व जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य, बजरंग पुरोहित चंदनमल पिरोदिया, बद्रीलाल चौहान, प्रकाश गुगलिया, परशराम सैनी, शांतिलाल मूणत, अनिल मांदले, राजेन्द्र भरकुंदिया, बसंत पुरोहित, महेन्द्र नाहर, दिनेश सोलंकी, विनय मोघे एवं दुर्गा प्रसाद ऐरन का शाल, श्रीफल से अभिनंदन किया। दिवंगत लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के परिवारजनों का भी सम्मान किया गया। एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप ने फीता काटकर लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया जिसमें इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल के दौरान की गई तानाशाही को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया था। कार्यक्रम का संचालन सह प्रभारी अनिता कटारिया ने किया।

लोकतंत्र की रक्षा के लिए भाजपा ने बलिदान दिया
राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी और आपातकाल के दौरान तानाशाही करते हुए देश के हर तंत्र को कमजोर किया। भाजपा लोकतंत्र की रक्षा के लिए आरंभ से संघर्ष करती आ रही है। पार्टी के पितृ पुरुष डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने इसके लिए अपना बलिदान दिया है। प्रधानमंत्री मोदीजी उनके बलिदान को सार्थक करते हुए देश को हर क्षेत्र में आगे ले जा रहे है। धारा 370 की समाप्ति, राम मंदिर का निर्माण और नारी शक्ति के आत्मसम्मान के कानून बनाकर राष्ट्र की एकता के लिए कार्य किए जा रहे है। श्री गुर्जर ने आपातकाल की विभीषिका के विभिन्न प्रसंगों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

आपातकाल के दिन याद करना ही दुखद
उज्जैन के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सांकला ने कहा कि इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लागू करना देश का सबसे काला दिन था। इसी लिए भाजपा इसे काला दिवस के रूप में मनाती आ रही है। 50 वर्ष पूर्व आपातकाल में जो प्रताड़नाएं देश के नागरिकों को झेलनी पड़ी उन्हें याद करना भी दुखद है। इंदिरा गांधी ने लोकतांत्रिक आन्दोलन ही नहीं कुचले अपितु अपना जनाधार सुरक्षित रखने के लिए आपातकाल में सारे विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था। न्यायालय ने उनकी चुनावी जीत को शून्य घोषित किया था और उन्होंने इसे व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाकर पूरे देश में संकट खड़ा कर दिया था। देशवासी लोकतंत्र की हत्या करने वाली कांग्रेस पार्टी को कभी माफ नहीं करेंगे।

मीसाबंधुओं के संघर्ष और समर्पण को नमन
एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप ने उपस्थितजनों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि 25 जून, 1975 को लगाए गए आपातकाल के दौरान मीसाबंधुओं ने जो संघर्ष किया और समर्पण से देश की सेवा की, उसे हम सभी नमन करते है। कांग्रेस ने देश को आपातकाल की विभिषिका में धकेला था और मीसाबंधुओं ने घर-परिवार छोड़कर जेल में रहकर संघर्ष किया। ऐसे लोकतंत्र रक्षक सैनानी और उनके परिवारों का अभिनन्दन करना हमारे लिए गर्व की बात है।