सरकारी खरीदी लक्ष्य से ज्यादा मूंग उत्पादन, MSP का लाभ सभी किसानों को नहीं
Ratlam News: मध्यप्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की सरकारी खरीदी शुरू हो चुकी है, जो 6 अगस्त तक चलेगी। इस बार 3.62 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है और इनसे करीब 8.80 लाख मीट्रिक टन मूंग आने की संभावना है, जबकि सरकार का खरीदी लक्ष्य केवल 3.51 लाख मीट्रिक टन है। इससे लगभग 5 लाख टन मूंग अतिरिक्त बच जाएगी, जिसे किसान मंडियों में कम दामों पर बेचने को मजबूर होंगे।
प्रदेश में मूंग की औसत उत्पादकता 1.6 से 1.8 टन प्रति हेक्टेयर है, लेकिन सरकार केवल 1.2 टन प्रति हेक्टेयर की खरीदी ही मान रही है। इससे पहले ही लगभग 50% किसानों ने देर से पंजीयन और खरीदी की घोषणा के चलते मंडियों में मूंग औने-पौने दामों में बेच दी। ऐसे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (8682 रुपये प्रति क्विंटल) का लाभ नहीं मिल पाया।
हालांकि जैसे ही समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी शुरू हुई, मंडियों में मूंग के भाव 6500 से बढ़कर 7800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। सरकार द्वारा खरीदी सीमा से अधिक उत्पादन और समय पर नीति तय न होने से किसान अब भी असमंजस में हैं कि अतिरिक्त उपज का क्या होगा।