Ratlam News: अतिवृष्टि और पीले मोजेक से खराब हुई सोयाबीन की राहत राशि का वितरण जिले में जारी है। है। जिले जिले के दो लाख से ज्यादा किसानों को 213 करोड़ रुपए की राहत मिलना है। इसकी शुरुआत एक माह पहले हुई थी। 151 करोड़ रुपए का मुआवजा वितरित किया जा चुका है। अभी भी करीब 62 करोड़ रुपए का वितरण किसानों को होना बाकी है। वहीं कई किसान ऐसे हैं जिन्हें सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रेजरी से तो भुगतान जारी हो गया है, लेकिन अब तक राशि उनके खाते में नहीं पहुंच पाई है। किसान जब कृषि विभाग जा रहे हैं तो जवाब मिल रहा है कि बैंक में संपर्क करें, और बैंक जा रहे हैं तो कहा जा रहा है कि भू-अभिलेख विभाग में संपर्क करें। इससे किसान राशि के लिए विभागों के बीच ही चक्कर काट रहे हैं। सिंगल क्लिक के जरिए मुआवजा वितरण किया जा रहा है, इसके बाद भी किसानों की यह स्थिति बनी हुई है।
3 अक्टूबर से हुई थी शुरुआत
भारी बारिश से किसानों की सोयाबीन खराब हो गई थी। किसानों के विरोध के बाद प्रशासन और कृषि विभाग के अफसरों ने खेतों का सर्वे किया था। इस आधार पर मुआवजा राशि डाली जा रही है। मुआवजा वितरण 3 अक्टूबर से शुरू हुआ था, जो जारी है, और बारी-बारी से किसानों के खातों में राहत राशि डाली जा रही है।
151 करोड़ की राहत खातों में पहुंची
भारी बारिश से हुए नुकसान के रूप में किसानों के खातों में 213 करोड़ रुपए की राहत राशि पहुंचना है। है। इसमें से अब तक 151 करोड़ रुपए की राशि डाली जा चुकी है। भू-अभिलेख अधीक्षक अखिलेश मालवीय ने बताया कि जो शेष राशि बची हुई है, वह भी प्रक्रिया में है। हमारा प्रयास है कि जल्द भुगतान किया जाए। शीघ्र ही सभी किसानों के खातों में राशि पहुंच जाएगी।
बैंकों के चक्कर आखिर कब तक लगाएंगे, जल्दी राशि प्रदान करें
ईसरथुनी के किसान नागूलाल धाकड़, देवीलाल धाकड़, जगदीश प्रजापत सहित अन्य किसानों ने बताया कि दस दिन पहले ट्रेजरी से मुआवजा राशि जारी हो गई थी, लेकिन अब तक खाते में नहीं आई है। खाता चालू है और सभी दस्तावेज भी जमा कर रखे हैं। इसके बाद भी अब तक राशि नहीं आई। जब ट्रेजरी से 17 अक्टूबर को ही मुआवजा भेज दिया गया है, तो फिर बैंक में क्यों नहीं आया? बैंक के चक्कर काटते-काटते थक गए हैं।
खाद-बीज खरीदना है, आखिर मुआवजा कब मिलेगा
किसान नेता अरविंद पाटीदार ने बताया कि 25 दिन से मुआवजा बांटा जा रहा लेकिन अब तक पूरा नहीं बंटा। जबकि किसानों से सभी तरह के दस्तावेज लिए गए। जब सब दस्तावेज जमा कर लिए गए तो इतना समय क्यों लग रहा है? दीपावली तो बिना राहत राशि के ही मना ली। अब रबी फसल के लिए खाद-बीज खरीदना है, इसलिए जल्द से जल्द राशि जारी की जाए ताकि किसानों को परेशानी न हो। (Ratlam News)


