शोरूम के उद्घाटन पर करोड़ों खर्चने वाले डीपी ज्वेलर्स ने शहर में लगाये अवैध होर्डिंग, निगम ने दिया वसूली का नोटिस
रतलाम, 17 अप्रैल ( इ खबर टुडे)। शहर के चर्चित सोना व्यवसाइ डीपी ज्वेलर्स अब डीपी आभूषण लिमिटेड के नाम से कॉरपोरेट कंपनी बन चुकी है और यह शेयर बाजार तक में लिस्टेड हो चुकी है लेकिन इसके संचालकों की कस्बाई मानसिकता आज भी नहीं बदली है। शहर में अपने दूसरे शोरूम के उद्घाटन पर करोड़ों रुपए खर्च करने वाली इस कंपनी ने उद्घाटन समारोह के होर्डिंग अवैध रूप से लगाए। नगर निगम ने अवैध रूप से लगाये गए इन होर्डिंग्स के लिए वसूली का नोटिस जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि डीपी ज्वेलर्स कुछ वर्षों पूर्व डीपी आभूषण लिमिटेड नामक कॉरपोरेट कंपनी बन चुकी है जिसके कि शेयर भी शेयर मार्केट में उपलब्ध है। कॉरपोरेट कंपनी बन जाने के बावजूद इसके संचालको की मानसिकता कस्बाई ही बनी हुई है। कॉरपोरेट कंपनी बनने के बावजूद इसके कर्मचारियों और कारीगरों को पर्याप्त वेतन भुगतान नहीं किया जाता और ना ही श्रम कानूनो का पालन किया जाता है। यहां के कर्मचारियों को श्रम कानूनों की सुविधाएं तक नहीं दी जाती।
कॉरपोरेट कंपनियां के लिए बनाया गया कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड के उपयोग का भी इस कंपनी द्वारा कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं कराया जाता है। लगभग 10 दिन पहले डीपी आभूषण लिमिटेड द्वारा शहर में अपने दूसरे शोरूम का शुभारंभ किया गया। इस शुभारंभ समारोह पर कंपनी ने भारी खर्च किया। शुभारंभ कार्यक्रमों की श्रृंखला में कंपनी द्वारा बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को भी रतलाम में आमंत्रित किया गया। जिस पर कंपनी के संचालको ने करोड़ों रुपए का व्यय किया। बागेश्वर सरकार को विशेष चार्टर्ड विमान से रतलाम लाया गया और यहां पर उनका आयोजन करवाया गया।
डीपी आभूषण के संचालकों की मानसिकता का प्रमाण देखिए कि बागेश्वर सरकार के भव्य आयोजन के लिए कंपनी द्वारा शहर भर में सैकड़ो होर्डिंग लगाए गए लेकिन सारे होर्डिंग अवैध रूप से लगाए। कंपनी ने इसके लिए नगर निगम से कोई अनुमति प्राप्त नहीं की। किसी व्यावसायिक फर्म द्वारा नगर निगम के विद्युत पोलों पर इस तरह बिना अनुमति होर्डिंग लगाना दंडनीय अपराध हैं।
डीपी आभूषण द्वारा शहर भर में लगाए गए होर्डिंग्स को लेकर नगर निगम द्वारा डीपी आभूषण को वसूली का नोटिस जारी किया गया है। नगर निगम के उपयुक्त करुणेश दंडोतिया द्वारा जारी इस नोटिस में डीपी आभूषण के संचालकों को शहर में तीन दिन तक अवैध रूप से होल्डिंग लगाए जाने के लिए 1,80,000 रुपए तत्काल जमा करने को कहा गया है। साथ ही अवैध रूप से लगाए गए होर्डिंग्स को तुरंत हटाने का आदेश भी दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि आदेश के बाद यदि तुरंत होर्डिंग्स नहीं हटाए जाते तो कंपनी पर प्रतिदिन 60,000 का अर्थदंड अतिरिक्त लगाया जाएगा। नगर निगम द्वारा यह नोटिस 15 अप्रैल को जारी किया गया था। आज 17 अप्रैल है और डीपी आभूषण के अवैध होल्डिंग्स आज भी शहर भर में लगे हुए देखे जा सकते हैं। ऐसे में तय है कि डीपी आभूषण को अतिरिक्त अर्थदंड भुगतना पड़ेगा।