प्राइवेट स्कूलों से अवैध वसूली का आरोप, भाजपा जिला अध्यक्ष बोले मामला संगीन
रतलाम। जो निजी स्कूल मान्यता प्राप्त है, उनसे अधिकारियों द्वारा अवैध रुपये वसूलने के आरोप लगे हैं। खुद भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यदि यह अवैध वसूली बंद नहीं हुई तो वह कार्रवाई करवाएंगे। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके पास प्रूफ हैं। जिन स्कूलों से रुपये की अवैध वसूली की है, उनके पैसे वापस लौटाए जाएं।
शिक्षा का नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है। ऐसे में बहुत से निजी स्कूलों को अपनी मान्यता का नवीनीकरण करवाना पड़ा रहा है। इसके अलावा जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारी समय-समय पर स्कूलों का निरीक्षण भी करते रहते हैं। इस निरीक्षण तथा मान्यता नवीनीकरण के नाम पर अधिकारियों पर आरोप लगे हैं कि वह अवैध वसूली कर रहे हैं। अधिकारियों ने भाजपा नेता के स्कूल में जाकर उनके भाई से ही 30 हजार रुपये की वसूली की है। ऐसे में भाजपा के जिला प्रधान प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि इस प्रकार की अवैध वसूली किसी भी कीमत पर सहन नहीं की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री तक पहुंची शिकायत
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय को जब इस बात की जानकारी मिली कि उनके भाई से ही जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने पैसे ऐंठ लिए हैं तो उन्होंने इसकी शिकायत प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चौतन्य कश्यप व भोपाल तक शीर्ष नेतृत्व को भेज दी। शिकायत की सूचना मिलने के बाद जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों में हड़कंप का माहौल है। प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि उनके पास प्रूफ है। इस प्रकार भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा। जो राशि अधिकारियों ने जिन स्कूलों से वसूली है, वह उसे वापस लौटा दें। यदि पैसे वापस नहीं लौटाए तो वह इनको वापस दिलाकर रहेंगे।
30 हजार रुपये तक वसूली के आरोप
यह अवैध वसूली के आरोप जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी धर्मेंद्र हाड़ा समेत रतलाम विकासखंड के बीआरसी प्रणव द्विवेदी, एपीसी विवेक नागर पर लगे हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने अकेले रतलाम के ही अनेक स्कूलों से 15 से लेकर 30 हजार रुपये की वसूली की है। यह राशि इन स्कूलों से मान्यता के नवीनीकरण, नई मान्यता प्राप्त करने तथा स्कूलों में कमियां बताकर वसूली है।
राशि लौटानी पड़ेगी
प्रदीप उपाध्याय ने अपनी शिकायत में डीपीसी को भी नामजद किया है। उन्होंने कहा कि यह राशि वापस लौटानी पड़ेगी। इसके अलावा स्कूल संचालकों के साथ डीपीसी धर्मेंद्र हाड़ा से भी मुलाकात करते हुए उनको चेतावनी दी है। भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि उनके पास इस बात के प्रूफ हैं कि शिक्षा अधिकारियों ने अवैध राशि वसूल की है। यदि उन्होंने राशि वापस नहीं की तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करवाई जाएगी। जिले में पहली कक्षा से लेकर आठवीं तक 506 स्कूल हैं। इनमें से 230 तो अकेले शहर में ही हैं। इनमें से 76 प्रतिशत की मान्यता का नवीनीकरण अभी पेंडिंग है।
नोटिस जारी करके वसूले पैसे
मध्यप्रदेश प्रांतीय अशासकीय शिक्षण संस्था भोपाल के प्रदेश अध्यक्ष दीपेश ओझा ने बताया कि ऐसा पहली बार हुई है, जब अधिकारी पैसे वसूल रहे हैं। अधिकारियों द्वारा स्कूल में खामियां बताकर अवैध रुप से पैसे वसूले जा रहे हैं। इन पैसों के लिए रेट भी तय किए गए हैं। वहीं डीपीसी, बीआरसी व एपीसी द्वारा पैसों की मांग की जा रही है।
सात स्कूलों के नाम सामने आए, जिनसे राशि ली
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि उनकी निजी स्कूल संचालकों के साथ मित्रता है। सरस्वती शिशु मंदिर जैसे स्कूलों से मान्यता को लेकर कमियां बताई गई और उनसे पैसे वसूले गए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास सात स्कूलों के लोग सामने आए हैं, जिनसे अवैध रुप से वसूली हुई है।
वहीं डीपीसी धर्मेंद्र सिंह हाड़ा ने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने 90 प्रतिशत स्कूलों की मान्यता दो अप्रैल को ही जारी कर दी थी। बाकी बची मान्यता भी सात अप्रैल तक पूरी हो जाएंगी।