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इ खबर टुडे की खबर का असर, फर्जी कम्पनी बनाकर लाखो की धोखाधड़ी करने वाले पिता पुत्र के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज 

सबसे पहले इ खबर टुडे ने उठाया था मामला 
 

रतलाम,16 जुलाई (इ खबर टुडे)। एक  नकली ट्रेडिंग कम्पनी बनाकर लोगो को दस लाख रु से ज्यादा का चूना लगाने वाले पिता पुत्र के खिलाफ आखिरकार दीनदयाल नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में जाँच के बाद कूटरचित दस्तावेज इत्यादि की धाराएं भी बढ़ाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि सबसे पहले इ खबर टुडे ने यह मामला उठाया था। इ खबर टुडे ने विगत 6 जून को "रतलाम /फर्जी कम्पनी बनाकर दस लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी,दो महीने से जारी है पुलिस की जाँच,लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं" शीर्षक से समाचार भी प्रकाशित किया था। आखिरकार अब जाकर इस मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। जाँच के नाम पर लम्बे वक्त गुजारने के कारण धोखाधड़ी के आरोपियों को आसानी से फरार होने का मौका मिल गया।  

पुलिस सूत्रों के अनुसार शांति निकेतन कालोनी निवासी गजेन्द्रसिंह भाटी ने पुलिस को की गई अपनी शिकायत में बताया कि  आनंद कालोनी, समता नगर निवासी अनीस पुत्र बाबू खान और उसके बेटे फैजल खान ने आनंद ट्रेडिंग एंड कंपनी के नाम से एक फर्जी निवेश योजना शुरू की और मेरे साथ अन्य लोगों को लाभ कमाने का लालच देकर करीब 10 लाख रुपये से अधिक की राशि हड़प ली।  

आरोपी अनीस पहले से जान पहचान में था और उसने फैजल को अपना पुत्र बताते हुए कंपनी के मैनेजर के रूप में परिचित करवाया था । दोनों ने झूठे लाभ का विश्वास दिलाकर लोगों से पिछले सालभर से किश्तों में रूपये लेकर निवेश कराया। थाना प्रभारी मनीष डावरे ने बताया कि पुलिस द्वारा  फरार पिता - पुत्र की तलाश की जा रही है। कंपनी के दस्तावेजो के अलावा आरोपितों बैंक खातों और अन्य संपत्तियों की जांच की जाएगी।

कई लोग बने शिकार 

गजेन्द्रसिंह ने पुलिस को बताया कि मैंने 4 लाख 64 हजार 650 रूपये, विजय पंवार ने 22 हजार रूपये, राजू उपाध्याय एक लाख रूपये, विष्णुदास ने 99 हजार और नीमा चावड़ा ने 40 हजार रूपये मिलाकर सात लाख से अधिक की राशि आनलाइन एप के माध्यम से फैजल और अनीस के खाते में ट्रांसफर की व शेष राशि नगद दी गई। सालभर तक रूपये जमा करने और लाभ नहीं मिलने पर रूपये वापस मांगे तो पिता - पुत्र ने आनाकानी करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि और अधिक राशि निवेश करना होगी वरना कुछ नहीं मिलेगा। जब हमें आशंका हुई तो कंपनी के बारे में जानकारी निकलाने पर पता चला कि अनीस का बेटा फैजल कंपनी का मालिक है, जबकि पहले अनीस ने उसे केवल मैनेजर बताया था। कंपनी का कोई वैध पंजीयन, आडिट या रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है।