Movie prime
Ratlam News: रतलाम शहर में बनेगा 7.1 किलोमीटर लंबा रिंग रोड, 4 से 5 दिनों के बाद होगी टेंडर प्रक्रिया शुरू 
 

New Ring Road in Ratlam: रतलाम शहर में सरकार 7.1 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का निर्माण करने की तैयारी कर रही है। इस रोड के निर्माण हेतु विभाग द्वारा 4 से 5 दिन के बाद फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि यह रिंग रोड शहर के बीचों-बीच होने के कारण भारी यातायात के दबाव के चलते कार्य शुरू करने में दिक्कत आ रही हैं। लगभग 7.1 किमी लंबा सिटी का इनर रिंग रोड को बनाने हेतु साढ़े चार साल लंबी लड़ाई के बाद जैसे-तैसे योजना फाइनल हो गई है। लेकिन टेंडर की शर्तों ने प्रोजेक्ट को एक बार फिर रोक दिया है। 

दरअसल, नए नियमों के अनुसार निर्माण में लगने वाली सारी मशीनरी ठेकेदार की खुद की होना चाहिए। उस पर प्रतापनगर ओवर ब्रिज से निकलने वाली ऑफिसर्स कॉलोनी रोड से शुरू होकर त्रिपोलिया गेट, अमृतसागर बगीचा होकर सैलाना बस स्टैंड तक जो सड़क बनाई जाना है, वह हैवी ट्रैफिक वाली है। इस कारण 40 करोड़ रुपए की लागत वाली योजना को लेने से ठेकेदारों ने हाथ खींच लिए हैं। हालत यह है कि पहली बार में एक भी फर्म ने ऑफर रेट तक नहीं डाला। ऐसे में टेंडर फेल हो गया है। इस सप्ताह के अंत तक लोक निर्माण विभाग दोबारा टेंडर निकालेगा। बता दें कि इस रोड के बनने से प्रताप नगर ओवर ब्रिज से शुरू होने वाली ऑफिसर्स कॉलोनी रोड से फव्वारा चौक, दो बत्ती चौराहा, सैलाना बस स्टैंड, त्रिपोलिया गेट, हरमाला रोड से ऑफिसर कॉलोनी तक का सिटी रिंग रोड पूरा हो जाएगा।

शहर के बीच से गुजर रहा इनर सिटी रिंग रोड

सिटीइनर रिंगरोड 9.8 किमी लंबा है, जो प्रताप नगर ओवर ब्रिज ऑफिसर्स कॉलोनी से फव्वारा चौक, दो बत्ती चौराहा, पॉवर हाउस रोड, सैलाना बस स्टैंड, हाट रोड, बाजना बस स्टैंड, हरमाला रोड, हाकिमवाड़ा होकर ऑफिसर कॉलोनी तक। अभी 2.7 किमी लंबा, ऑफिसर कॉलोनी से फव्वारा चौक, कॉन्वेंट स्कूल, दो बत्ती चौराहा, पॉवर हाउस रोड होकर सैलाना बस स्टैंड तक बन चुका है।

कितना बनना बाकी

7.1 किमी लंबा, प्रताप नगर ओवर ब्रिज ऑफिसर कॉलोनी रोड से तलैया, हाकिमवाड़ा, संत रविदास चौक, त्रिपोलिया गेट, बाजना बस स्टैंड, गौशाला रोड, हाट चौराहा, शहीद चौक, सैलाना बस स्टैंड तक।

पीकेराय एसडीओ-लोक निर्माण विभाग ने कहा कि सितंबर में इनर रिंग रोड के टेंडर निकाले थे, लेकिन किसी भी ठेकेदार ने टेंडर नहीं डाला। संभवतः नई शर्तों के कारण ऐसा हुआ है। चार-पांच दिनों में दोबारा टेंडर जारी हो जाएंगे। काम शुरू होने के बाद पूरा होने में करीब ढाई साल लगेंगे।