मेषः शुभ अंक-8, शुभ रंग- स्लेटी। मान-सम्मान के अवसर बन सकते हैं। बदलाव को सहजता से स्वीकार करें। कार्यों में सफलता से मन में उत्साह रहेगा।
वृषभ : शुभ अंक-3, रंग-लाल। परिश्रम की अधिकता रहेगी। क्रोध, तनाव की अधिकता बढ़ सकती है। नए लोगों से किसी बात पर अनबन परेशानी का कारण बन सकती है।
मिथुन : शुभ अंक-4, शुभ रंग-ऑरेंज। बिना बात के मन में
तनाव। जवाबदारी बढ़ सकती है। बदलाव को लेकर मन में चिंता। आर्थिक स्थिति में सुधार के योग।
कर्क : शुभ अंक:-2, शुभ रंग-ग्रे। समय पर निर्णय लेने से प्रसन्नता। स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें। आपसी में पैसों को लेकर विवाद बढ़ सकता है।
सिंह : शुभ अंक-5, शुभ रंग- सफेद । मन के कार्य पूरे होने से प्रसन्नता। स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें। अचानक धन लाभ के योग बन सकते हैं।
कन्या : शुभ अंक-6, शुभ रंग-पीला। प्रेम-प्रसंग में सफलता के योग बन सकते हैं। अपनों के साथ लंबी दूरी की यात्रा की योजना बन सकती है। भाग्योदय के अवसर।
तुला : शुभ अंक-3, शुभ रंग- सुनहरा । देखा-देखी न करें।
अपनों के साथ सुखद समय बीत सकता है। जरूरत से अधिक खर्च होने से मन में परेशानी का भाव।
वृश्चिक : शुभ अंक-7, शुभ रंग- बैंगनी । भावनाओं में बहकर कार्य न करें। सुनी-सुनाई बात पर विश्वास न करें। मनोबल को ऊंचा रखें। कर्ज परेशान कर सकता है।
धनुः शुभ अंक-9, रंग-नीला। भाग्योदय के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। धार्मिक गतिविधियां बढ़ सकती हैं। समय पर निर्णय लेने का प्रयास करें।
मकर : शुभ अंक-1, शुभ रंगः- हरा। जवाबदारी के चलते अपनों से विवाद बढ़ सकता है। आर्थिक स्थिति में तनाव। रुके कार्यों को पूरा करने का प्रयास करें।
कुंभ: शुभ अंक-4, शुभ रंग-गुलाबी। नए कार्य की योजना बन सकती है। आर्थिक उन्नति के अवसर बन सकते हैं। मन के कार्य पूरे होने से प्रसन्नता।
मीन : शुभ अंक-2, शुभ रंग- बादामी। आर्थिक उन्नति के अवसर बन सकते हैं। शत्रु पक्ष आपको परेशान कर सकते हैं। भ्रमण, मनोरंजन के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
आज का पंचांग
सूर्यास्त 5.41 बजे | (रविवार)
सूर्योदय 6.45 बजे (सोमवार)
तिथि संवत् • मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष, तृतीया सायं
19.24 तक। विक्रम संवत् 2082, शाके 1947, हिजरी सन् 1447 रवि दक्षिणायन हेमंत ऋतु।
सूर्योदयकालीन ग्रह विचार
सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-धनु, मंगल-वृश्चिक, बुध-वृश्चिक, गुरु-कर्क, शुक्र-तुला, शनि-मीन, राहु-कुम्भ केतु-सिंह, प्लूटो-मकर, नेपच्यून-मीन, यूरेनस-वृषभ।
सूर्योदयकालीन नक्षत्र
मूल नक्षत्र सायं 19.27 तक पश्चात पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, धृति योग तथा गरज करण।
दिशाशूल : पश्चिम दिशा
यदि आवश्यक हो तो दलिया का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
आराधना ॐ सुरूपाय नमः
राहुकाल • 16.19 से 17.41 तक
खरीदारी शुभ समय 13.35 से 14.57 तक।

