2025 में कब मनाई जाएगी हरियाली तीज? इस त्यौहार के दिन क्यों पहना जाता है हरे रंग का कपड़ा, जानें
Hariyali Teej 2025: सनातन धर्म में हरियाली तीज के त्यौहार का विशेष महत्व है। सुहागन महिलाएं आस्था के साथ हरियाली तीज का त्यौहार मनाती है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पार्वती और शिव का पुनर्मिलन हुआ था। इस त्यौहार को प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और इस दिन हरे रंग का कपड़ा और चूड़ियां पहनी जाती है।
इस साल कब मनाई जाएगी हरियाली तीज
सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाता है। इस साल 26 जुलाई को शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। 26 जुलाई को ही हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाएगा। हरियाली तीज के दिन हरी चूड़ियां पहनी जाती है इसके साथ ही हरे कपड़े पहने जाते हैं और मेहंदी लगाई जाती है। तो आईए जानते हैं हरियाली तीज के दिन हरे रंग का क्या है महत्व...
हरियाली तीज के दिन हरे रंग का महत्व
हरियाली तीज का त्योहार सावन के महीने में मनाया जाता है जिसे मानसून का प्रतीक कहा जाता है। सावन के महीने में बारिश होने के वजह से चारों तरफ हरियाली छाई रहती है और प्रकृति बेहद सुंदर दिखाई देता है। यही वजह है कि इस महीने में हरे रंग का विशेष महत्व है।
हरे रंग को सुख समृद्धि और ताजगी का प्रतीक भी माना जाता है इसके साथ ही यह भगवान शिव और पार्वती के प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरियाली तीज के दिन हरे रंग की चूड़ियां और कपड़े पहनने से अटल सौभाग्यवती होने का वरदान मिलता है।
इस दिन हर रंग बेहद महत्व रखता है। हरियाली तीज के दिन हरे रंग के कपड़े पहनना चाहिए। इस दिन निर्जला व्रत रखकर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने की मान्यता है। यह त्यौहार सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण है।