Rajasthan news:बिना बरसात के चार दिन में भर जाएंगे राजस्थान के बांध
Rajasthan news:राजस्थान के रावतभाटा में बना राणा प्रताप सागर बांध बिना बरसात के ही चार दिन में भर जाएगा। इससे राजस्थान में पानी की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। यह बांध चंबल नदी पर बनाया गया है। यह एक गुरुत्वाकर्षण बांध है। मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से चंबल नदी के सबसे बड़े बांध गांधीसागर पर 1920 मेगावाट की पंप स्टोरेज परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है।
ऐसे में शुक्रवार को गांधीसागर बांध के पांच स्लूज गेट खोलकर लगभग 89 हजार क्यूसिक पानी की निकासी शुरू की गई। यह सारा पानी राजस्थान के राणा प्रताप सागर बांध में भेजा जा रहा है। इसके बाद पनबिजली संयंत्र की मशीन चालू करके इस पानी को आगे प्रवाहित किया जाएगा। यह पहली बार है जब बिना बरसात के ही राणा प्रताप सागर बांध पानी से लबालब भर जाएगा।
सायरल बजाकर अलर्ट किया जारी
गांधीसागर से पानी छोड़े जाने से पहले डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में सायरन बजाकर अलर्ट जारी किया गया ताकि लोग पहले ही सचेत हो जाएं। वहीं दूसरी तरफ राणा प्रताप सागर बांध में पानी आना शुरू होते ही नियंत्रण कक्ष पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। इस पर लगातार नजर रखी जा रही है। नजर रखने के लिए स्काडा सिस्टम का प्रयोग किया जा रहा है।
क्यों छोड़ा गया पानी
रामपुरा के पास खेमला में गांधीसागर बांध के कैचमेंट में 1920 मेगावाट की पंप स्टोरेज परियाेजना निर्माणाधीन है। इस परियोजना के निर्माण का अंतिम चरण चल रहा है। इसलिए चंबल से पानी लेने के लिए कोफर डेम का निर्माण आवश्यक है। इस कोफर डेम के निर्माण के लिए बांध का जलस्तर घटना अनिवार्य था। इसलिए यह पानी छोड़ा गया। मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग ने राजस्थान के जल संसाधन विभाग से अनुमति लेकर यह पानी छोड़ा है।
89 हजार क्यूसिक पानी की होगी निकासी
मध्यप्रदेश के जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता विनोद कुमार देवड़ा ने बताया कि पांच स्लूज गेटों से लगभग 89 हजार क्यूसिक पानी की निकासी की जा रही है। गांधीसागर बांध के कैचमेंट में बन रही 1920 मेगावाट पंप स्टोरेज परियोजना के लिए 891.944 एमसीएम जल प्रवाहित करना शुक्रवार को शुरू किया गया है।