राजस्थान के इस भामाशाह ने 108 करोड़ की जमीन को कर दिया दान, जमीन पर कन्या सैनिक स्कूल बना
जमीन के रेट बढ़ते ही जहां एक भाई दूसरे का खून का प्यास बन जाता है और किसी भी हद तक जा सकता है, अक्सर देश में ऐसे किस्से सामने आते है, लेकिन राजस्थान का एक भामाशाह ऐसा भी जिन्होंने 108 करोड़ रुपये की जमीन को मुफ्त में दान कर दिया।
इसके लिए भामाशाह ने एक कौड़ी भी इस जमीन के बदले में नहीं ली। हम बात कर रहे राजस्थान के बीकानेर के भामाशाह पूनमचंद राठी की। पूनमचंद राठी ने बीकानेर जिले के गांव जयमलसर में अपनी 30 एकड़ जमीन को देश का पहला कन्या सैनिक स्कूल बनने पर दान में दे दी।
आपको बता दे कि पूनमचंद राठी एक बड़े उद्योगपति है और उसका पूरा परिवार कोलकत्ता में टेक्सटाइल और कंस्ट्रक्शन का बिजनेस करता है और वह अरबो रुपये के मालिक है। पूनमचंद राठी बड़े बिजेनसमैन है और उसकी अरबो रुपये की संपत्ति है, लेकिन इतना रुपया होने के बाद भी पूनमचंद राठी ने अपने गांव व शहर से दूरी नहीं बनाई। उसने अपनी कमाई से इससे पहले भी अपने जिले के लोगों की सेवा करने में राशि लगाई है।
पूनमचंद राठी बीकानेर में ही फैमिली के ट्रस्ट से अस्पताल चलाते है, ताकि उसके गांव व जिले के लोगों को सस्ता व बेहतर इलाज मिल सके। इसके अलावा उसने बीकानेर में ही धर्मशाला बनाई हुई है। पूनमचंद राठी शिक्षा प्रेमी है, इसलिए उसने पहले भी गांव में स्कूल का भवन बनवाया था। अब जैसे ही देश का पहला कन्या स्कूल खुलने का मौका मिल तो वह जमीन दान करने से पीछे नहीं हटे और उसने गांव में 30 एकड़ जमीन को मिनटों में दान करने के लिए हां भर दी। आपको बता दे कि इस जमीन की कीमत लगभग 108 करोड़ रुपये है।
अगले साल से शुरू हो जाएगी कक्षाएं
बीकानेर में बनने वाले पहले कन्या स्कूल में प्रथम वर्ष में केवल 80 छात्राओं का दाखिला होगा। पहले चरण में स्कूल की तरफ से कक्षा छठी में दाखिला दिया जाएगा और आठवीं तक शिक्षा लेंगे। इस स्कूल में दाखिले के लिए जनवरी 2026 में आवेदन में मांगे जाएंगे और इसके बाद परीक्षा का आयोजन करके कन्याओं को दाखिला दिया जाएगा।
दाखिले के लिए परीक्षा अप्रैल 2026 में आयोजित की जाएगी। इसके बाद एक जुलाई 2026 से इस कन्या सैनिक स्कूल में कक्षाएं लगनी शुरू हो जाएगी । स्कूल के प्रधानाचार्य और हॉस्टल वार्डन सेवानिवृत आर्मी ऑफिसर होंगे। अन्य टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ में राज्य सेवा में कार्यरत कर्मचारी होंगे।