राजस्थान के इन जिलों में ज़मीन के दाम होंगे आसमान छूने को तैयार
यह मार्ग एक व्यापारिक गलियारा बन जाएगा
समदारी-भिल्डी रेलखंड भी एक व्यावसायिक गलियारा है। यह मार्ग कांडला बंदरगाह, गांधीधाम से जुड़ा हुआ है इस मार्ग से वर्तमान में 45 से 50 मालगाड़ियां निकलती हैं। यहां 120 डिब्बों की लंबी हॉल और डबल डेकर ट्रेनों की आवाजाही भी है।अक्सर इन ट्रेनों की आवाजाही यात्री ट्रेनों के संचालन को निश्चित रूप से प्रभावित करती है। भविष्य को ध्यान में रखते हुए रेलवे लाइन को डबल करने का काम किया जा रहा है। यह काम हो जाने के बाद यात्री ट्रेनों के संचालन के साथ-साथ मालगाड़ियों की आवाजाही के लिए अलग से ट्रैक उपलब्ध होगा।
ऐसे चल रहा है काम
मार्ग को मीटर गेज से ब्रॉड गेज में बदलने के दौरान कुछ हिस्सों की चौड़ाई बढ़ाई गई थी, लेकिन अब दोहरीकरण कार्य के लिए बड़े हिस्से पर यह काम करना पड़ रहा है। इसके लिए संकरे क्षेत्रों की चौड़ाई बढ़ाने, मिट्टी काटने और पुलों की चौड़ाई बढ़ाने का काम किया जा रहा है। बता दें कि इस काम के तहत जालौर के प्लेटफार्म नंबर दो की शंटिंग के साथ नया भवन बनाया जाएगा। वर्तमान की लाइन नंबर तीन भविष्य में दोहरीकरण की प्रमुख रेल लाइन बन जाएगी।
इस तरह परियोजना को चार भागों में विभाजित किया गया
भीलडी-मारवाड़ कोरी से -90 किमी
मारवाड़-कोरी से मोदरान के आसपास -५० किमी
पहले से 50 किमी - मोदरान-बिशनगढ़
बिशनगढ़-लूणी से -95 किलोमीटर
इस तरह से होगा काम
इस पूरे मार्ग में वर्तमान मार्ग की पटरियों के पास नदी-नालों के क्षेत्र में 200 से अधिक छोटे-बड़े पुल बनाए जाएंगे। मारवाड़ कोरी से भील्डी की बात करें तो ६ नए स्टेशन भवन, ७ फुट ओवरब्रिज भी बनाए जाएंगे।
ऐसे मिली थी मंजूरी
राजस्थान की तीन परियोजनाओं को महत्वपूर्ण मानते हुए कैबिनेट ने 8 फरवरी 2024 को मंजूरी जारी की थी। जिसमें लूनी-जालोर-भिल्डी (गुजरात) शामिल है। इसके अलावा जयपुर-सवाईमाधोपुर, अजमेर-चंदरिया भी इसी तरह शामिल थे। बता दें कि लूनी-जालोर-भिल्डी मार्ग के लिए 3530.92 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया था।