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 increasing electricity rates: राजस्थान में बिजली दरें बढ़ाने का नोटिफिकेशन जारी, जाने पर यूनिट कितना बढ़ेगा रेट
 

जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम एक अक्टूबर से हो रही बिजली खपत पर नई टैरिफ के अनुसार बिजली का बिल वसूलेंगे। यानि मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं का नवंबर में आने वाला बिजली का बिल 15 प्रतिशत तक बढ़ कर आएगा। डिस्कॉम्स ने नई टैरिफ को लेकर शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।

अब बिजली निगमों के सॉफ्टवेयर में बदलाव किया जाएगा ताकि स्पॉट बिलिंग सिस्टम में मीटर रीडिंग के साथ ही नई टैरिफ से बिल दिया जा सके। ऐसे में अगले 10 दिन तक बिलिंग का काम स्थगित रहेगा। डिस्कॉम की आरईआरसी ने डिस्कॉम की याचिका पर सुनवाई करते हुए अधिकतर श्रेणियों में बिजली की रेट तो कम की है, लेकिन स्थायी शुल्क बढ़ा दिया। इसके साथ ही एक रुपए प्रति यूनिट का रेगुलेटरी सरचार्ज लगा दिया। इससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल बढ़ कर आएगा।

मध्यम वर्ग पर 15% तक आर्थिक भार : प्रदेश की सरकारी बिजली निगमों के टैरिफ आदेश की सबसे बड़ी मार मध्यम वर्ग और बड़े उद्योगों पर पड़ा है।

हर महीने औसतन 400 यूनिट बिजली खपत करने वाले मध्यम वर्ग का बिजली बिल हर महीने 490 रु. तक बढ़ जाएगा। यह हर महीने का करीब 15 प्रतिशत अतिरिक्त आर्थिक भार होगा।

स्टील उद्योगों की बिजली हुई महंगी राजस्थान स्टील चैंबर के महासचिव सुदेश शर्मा का कहना है कि स्टील व आयरन सहित अन्य बड़े उद्योगों की नई टैरिफ में पहली बार उपभोक्ताओं पर एक रु. प्रति यूनिट तक रेगुलेटरी सरचार्ज लगाने, स्थायी शुल्क बढ़ाने का साथ ही लोड पैक्टर पर मिलने वाली छूट समाप्त करने बिजली महंगी हो गई है। बड़े उद्योगों में बिजली की बेसिक रेट 7.30 रु. प्रति यूनिट से घटा कर 6.30 रु. प्रति यूनिट है, लेकिन एक रु. प्रति यूनिट का रेगुलेटरी सरचार्ज लगा दिया। स्थायी शुल्क को 300 रुपए प्रति केवीए से बढ़ाकर 380 रु प्रति केवीए कर दिया है। पहली बार कैप्टिव पावर प्लांट पर पैरलल ऑपरेशन चार्ज लगाया है। वहीं बड़े उद्योगों को लोड फैक्टर पर दी जाने वाली एक रुपए, प्रति यूनिट की डिबेट्स की खत्म कर दी। इसके अलावा नए

उद्योग को दी जाने वाली टैरिफ छूट भी कम कर दी। टीओडी से सुबह शाम महंगी बिजली आईआरसी के आदेश

के बाद 10 किलोवॉट से ज्यादा लोड वाले उपभोक्ताओं पर टाइम ऑफ डे (टीओडी) टैरिफ लगाया जाएगा। इसके अनुसार सुबह 6 से 8 बजे तक बिजली उपभोग पर 5 प्रतिशत और शाम 6 से रात 10 बजे तक बिजली उपभोग पर 10 प्रतिशत ज्यादा शुल्क देना होगा। हालांकि दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक खर्च की गई बिजली पर 10 प्रतिशत की छूट भी मिलेगी। टीओडी का सबसे ज्यादा नुकसान घरेलू उपभोक्ताओं को होगा और फायदा अघरेलू श्रेणी को मिलेगा। हालांकि कृषि उपभोक्ताओं को टीओडी के दायरे में नहीं लिया गया है।

फ्यूल सरचार्ज के साथ अब रेगुलेटरी सरचार्ज पहली बार आयोग ने सभी उपभोक्ताओं पर एक रु. प्रति यूनिट तक रेगुलेटरी सरचार्ज वसूलने का आदेश दिया है। वहीं 100 यूनिट से कम उपभोग वालों से 70 पैसे प्रति यूनिट तक रेगुलेटरी सरचार्ज लगेगा। यह फ्यूल सरचार्ज के साथ ही लगेगा। हालांकि डिस्कॉम प्रबंधन ने दावा किया है कि 300 यूनिट प्रति माह तक उपभोग वाले घरेलू उपभोक्ताओं पर रेगुलेटरी सरचार्ज का असर नहीं पड़ेगा।