राजस्थान के इन जिलो की चमक उठेगी किस्मत, 6500 करोड़ की लागत से बनेगा 110 किलोमीटर लंबा नया रिंग रोड
इस परियोजना से न सिर्फ कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को भी नई दिशा मिलेगी। रिंग रोड का निर्माण जयपुर के उत्तरी हिस्से को प्रमुख राजमार्गों से जोड़ने में मदद करेगा और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाएगा। यह परियोजना राजस्थान में सड़क अवसंरचना के विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे लोगों की यात्रा अधिक सुविधाजनक और तेज हो सकेगी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सड़क निर्माण न सिर्फ यातायात को सुगम बनाता है, बल्कि आर्थिक प्रगति की भी नींव रखता है। उन्होंने बताया कि जब किसी क्षेत्र में सड़कें बनती हैं, तो वहां की जमीन की कीमतों में पांच गुना तक की वृद्धि हो जाती है।
इसी संदर्भ में गडकरी ने राजस्थान सरकार से अपील की कि जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के सहयोग से एक 'नया जयपुर' बसाने की योजना पर काम किया जाए। उन्होंने कहा, "मैंने पहले भी राजस्थान सरकार से आग्रह किया था कि वे सड़क परियोजनाओं के साथ-साथ भविष्य की जरूरतों को देखते हुए एक नया, सुव्यवस्थित जयपुर विकसित करें।"
राजस्थान में बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ किसानों के हितों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की कि प्रस्तावित उत्तरी जयपुर बाईपास परियोजना के तहत विकसित की जाने वाली भूमि का 40 प्रतिशत हिस्सा किसानों को देने का सुझाव दिया गया है। इससे किसानों को सीधे तौर पर आर्थिक लाभ पहुंचेगा और वे विकास प्रक्रिया का हिस्सा बन सकेंगे।
गडकरी ने कहा कि बेहतर सड़कों के निर्माण से न सिर्फ कनेक्टिविटी बढ़ती है, बल्कि भूमि की कीमतों में भी कई गुना वृद्धि होती है, जिससे किसानों और स्थानीय लोगों को व्यापक लाभ होता है। सड़क परियोजनाओं के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी सरकार प्रयासरत है। गडकरी ने कहा कि राजस्थान जैसे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक राज्य में पर्यटन को गति देने के लिए मजबूत सड़क नेटवर्क बेहद जरूरी है।
गडकरी ने राज्य की कुछ प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति पर भी प्रकाश डाला:
कोटपुतली से आगरा तक एक्सप्रेसवे को ₹6,800 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है, और इसे सितंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, जयपुर, किशनगढ़ और जोधपुर से लेकर अमृतसर तक एक आधुनिक राजमार्ग के निर्माण की योजना है, जो उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई देगा।
इन परियोजनाओं से राजस्थान में आर्थिक विकास, रोजगार और पर्यटन को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।गडकरी ने बताया कि 12,000 करोड़ की लागत से डीपीआर तैयार की जा रही है। जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा। इन परियोजनाओं से रोजगार बढ़ेगा और ‘राइजिंग राजस्थान’ सम्मेलन को विकास का अहम कदम माना जा रहा है।