रतलाम से नागदा तक बनेगी दो नई रेलवे लाइन, 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
केंद्रीय केबिनेट की बुधवार को दिल्ली में हुई बैठक रतलाम के लिए सौगात लेकर आई है। इसमेें हुए एक अहम निर्णय के तहत दिल्ली-मुंबई रेल लाइन पर ट्रेनों की गति बढ़ाने के उद्देश्य से रतलाम रेल मंडल के नागदा-रतलाम के बीच 41 किमी रेलवे ट्रैक पर नई तीसरी व चौथी लाइन डालने की योजना को मंजूरी दे दी गई।
रतलाम को इससे बड़ा लाभ होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इस रेल लाइन पर इस समय ट्रेन 130 की गति से चल रही है, जो तीसरी व चौथी लाइन डालने के बाद 160 की गति से दौड़ने लगेगी।
इससे इस समय नागदा से जो एक्सप्रेस ट्रेन आने में 40 मिनिट का समय लेती है, वो 20 मिनिट में आ जाएगी। इसके अलावा वर्धा-बल्हारशाह चौथी लाइन की मंजूरी भी दी गई है। इससे रतलाम में बन रहे निवेश क्षेत्र को भी लाभ होगा।
इस समय नागदा-रतलाम रेलवे ट्रैक पार्सल से लेकर राजधानी स्तर की ट्रेनों की बात की जाए तो औसतन प्रतिदिन 150 यात्री ट्रेन आना-जाना करती है। जबकि मालगाड़ी की बात की जाए तो इनकी संख्या 170 से 190 तक रहती है।
इस समय नागदा-रतलाम रेलवे ट्रैक पर कैपिसिटी से 135 प्रतिशत अधिक रेल यातायात दौड़ रहा है। इसके बाद ही लंबे समय से इस ट्रैक के विस्तार करते हुए यहां तीसरी व चौथी लाइन की जरूरत थी। हालांकि रतलाम रेल मंडल ने जो प्रस्ताव भेजे थे, उसमें नागदा से लेकर गोधरा-बड़ोदरा तक तीसरी व चौथी लाइन की मांग थी।
इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 3,399 करोड़ रुपये (लगभग) है और इन्हें 2029-30 तक पूरा किया जाएगा।
ये परियोजनाएं मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का परिणाम हैं।
प्रस्तावित मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना लगभग 784 गांवों तक संपर्क सुविधा बढ़ाएंगी, जिनकी आबादी लगभग 19.74 लाख है।
कोयला, सीमेंट, क्लिंकर, जिप्सम, फ्लाई ऐश, कंटेनर, कृषि वस्तुओं और पेट्रोलियम उत्पादों जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए नई लाइन काम आएगी।
दो नई लाइन शुरू होने के बाद इस सेक्शन में यात्री ट्रेन की गति 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार की हो जाएगी।
मालगाड़ी के लिए अलग ट्रैक बनने से सामग्री तेजी से लक्ष्य तक पहुंचेगी।
नागदा में कोटा के लिए इंजन बदलने में समय कम लगेगा।