Train reservation full : हावड़ा-बनारस रूट पर ट्रेन की यात्रा आसान नहीं, दो माह तक कंफर्म टिकट नहीं
सितंबर और अक्टूबर तक लगभग हर ट्रेन में कंफर्म टिकट मिलना नामुमकिन है। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ के लिए लोग पहले से टिकट बुक कर रहे हैं। इस वजह से अब यात्री वेटिंग लिस्ट में फंस रहे हैं।
त्योहारों के सीजन में इस बार ट्रेनों से सफर करना आसान नहीं होगा। रेलवे रिजर्वेशन चार्ट देखकर साफ है कि हावड़ा-बनारस रूट की यात्रा आसान नहीं रहेगी। सितंबर और अक्टूबर तक लगभग हर ट्रेन में कंफर्म टिकट मिलना नामुमकिन है। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ के लिए लोग पहले से टिकट बुक कर रहे हैं। इस वजह से अब यात्री वेटिंग लिस्ट में फंस रहे हैं।
गीतांजलि एक्सप्रेस की स्थिति सबसे खराब है। अगस्त के आखिरी हफ्ते से अक्टूबर तक कई तिथियों पर सभी बर्थ भर चुकी हैं। इसी तरह आजाद हिन्द एक्सप्रेस की बुकिंग भी अगस्त से अक्टूबर तक लगभग फुल हो चुकी है। मुंबई-हावड़ा मेल में सितंबर के आखिरी सप्ताह और सारनाथ एक्सप्रेस में सितंबर-अक्टूबर के कई दिनों में सीटें उपलब्ध नहीं हैं। रेलवे अधिकारी मानते हैं कि त्यौहारों के सीजन में अतिरिक्त ट्रेनों की जरूरत होती है इसलिए रेलवे हर साल स्पेशल ट्रेनें चलाती है।
गीतांजलि एक्सप्रेस: 29, 30 अगस्त, 19, 20, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28 सितंबर, 4, 16, 17, 18, 19, 20 अक्टूबर।
आजाद हिन्द एक्सप्रेस: 27, 28, 29, 30 अगस्त, 13, 20, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 29 सितंबर, 4, 17, 18, 19, 22 अक्टूबर।
मुंबई-हावड़ा मेल: 25, 26, 27 सितंबर।
सारनाथ एक्सप्रेस: 29 अगस्त, 7, 9, 21, 27 सितंबर, 6, 16, 17, 18, 21, 27 अक्टूबर।
हावड़ा-शालीमार एक्सप्रेस: 27, 30 अगस्त।
पूर्वांचल, बिहार, झारखंड और यूपी की ओर जाने वाले यात्रियों की संख्या त्योहारों पर कई गुना बढ़ जाती है। यही वजह है कि टिकट खुलते ही लोग बुकिंग कर लेते हैं। रेलवे के स्पेशल ट्रेन चलाने के बावजूद भी टिकट मिलना मुश्किल होता है।