Ratlam News: रतलाम में रेलवे कर्मचारी को लगा बड़ा झटका, रिटायरमेंट से पहले भरने पड़ेंगे 47 लाख से अधिक रुपए
Ratlam News: मध्यप्रदेश राज्य के रतलाम जिले में रेलवे कर्मचारियों को उस समय बड़ा झटका लगा जब रेलवे विभाग ने कर्मचारी को रिटायरमेंट से पहले 47 लाख रुपए भरने के लिए नोटिस जारी कर दिया। जानकारी के अनुसार लोको इंस्पेक्टर शरद गौतम को 31 मई को सेवानिवृत्त होने के लिए रेलवे को 8.87 लाख रुपए भरने पड़ेंगे। बात चौंकाने वाली है लेकिन रतलाम मंडल के कार्मिक विभाग ने यह कारनामा कर दिखाया है। इसके लिए वह 26 मई को सीएलआई को नोटिस थमा चुका है। इसमें वेतन संशोधन आदेश का हवाला देते हुए 47 लाख 67 हजार 930 रुपए का कटौता निकाला है।
ग्रेच्युटी के 25 लाख और लीव अमाउंट के 14 लाख 58 हजार 549 रुपए यानी कुल 39.58 लाख जमा करने के बाद भी 8 लाख 87 हजार 392 रुपए सहित अन्य बाकी बताए गए हैं। उसमें जमा करके रसीद कार्यालय में देने को कहा है ताकि सेवानिवृत्ति प्रकरण पर कार्रवाई की जा सके। दरअसल सारी चूक वेतन निर्धारण आदेश की गलत व्याख्या से हुई है। इसके कारण रेलवे ने सीएलआई को 2018 से 2023 तक बढ़ा हुआ वेतन दिया लेकिन फरवरी 2024 में अचानक वेतन संशोधित करते हुए विड्रो कर लिया। अब सेवानिवृत्ति के 5 दिन पहले रिकवरी निकाली दी। ऐसे में नोटिस मिलने के बाद से शुक्रवार (शनिवार और रविवार की छुट्टी होने से) को रिटायरमेंट के साथ पेंशन ऑर्डर की आस लगाए बैठे सीएलआई के होश उड़े हुए हैं। वे वेतन के दस्तावेजों के साथ दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं
इस तरह की रेलवे ने गड़बड़ी
शरद गौतम जनवरी 2006 के पहले ही सीएलआई (चीफ लोको इंस्पेक्टर) बन गए थे, तब 5वां वेतनमान लागू था। 1 जनवरी 2006 को लागू हुए छठे वेतनमान का लाभ 2010 में मिला, जिसे रेलवे ने 2018 को विड्रो कर लिया। 1 जनवरी 2016 को सातवां वेतनमान लागू हुआ। इसका लाभ उन्हें 2018 में मिला, तब से जनवरी 2024 तक बढ़ा हुआ वेतन मिला। फरवरी 2024 में रेलवे ने वेतन पुनर्निधारण को विड्रो करके छठे वेतनमान के हिसाब से कर दिया। इसके बाद सीएलआई के वेतन निर्धारण को रेलवे बोर्ड और पश्चिम रेलवे मुंबई भी सही करार दे चुका है। बावजूद इसके कार्मिक विभाग ने वेतन कटौत्रा कर वसूली निकाल दी।
सिर्फ रतलाम मंडल में गलत व्याख्या
खास बात यह है कि पश्चिम रेलवे के सभी 6 मंडल समेत देशभर के मंडलों में इस प्रकार के प्रकरणों का निपटारा हो चुका है। इसके बाद से आरबीई-07/2020 द्वारा जारी सर्कुलर का पालन किया जा चुका है। सिर्फ रतलाम मंडल में कार्मिक और लेखा विभाग द्वारा नियमों की गलत व्याख्या की जा रही है।
3 से हो चुकी है वसूली, 5 और बाकी
कार्मिक विभाग की गड़बड़ी मंडल में कार्यरत 9 सीएलआई को भुगतनी पड़ेगी। इनमें से 3 भुगत चुके हैं, जिनसे 22 से 38 लाख रुपए तक वसूली की गई है। अब शरद गौतम की बारी है जो 31 मई को रिटायर हो रहे हैं। वहीं जून में 2, जुलाई में 2 और अगस्त में एक सेवानिवृत्त होंगे।