स्कॉर्पीन क्लास INS खंडेरी लॉन्च, ट्यूब से दागेगी एंटी शिप मिसाइल
मुंबई, 12 जनवरी(इ खबरटुडे)। स्कॉर्पीन क्लास की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को आज मुंबई में लॉन्च किया गया. इस मौके पर मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड के परिसर में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे मौजूद थे.
आईएनएस खंडेरी में क्या है खास?
डीजल और बिजली से चलने वाली ये पनडुब्बी दुश्मन नेवी पर हमला करने में कारगर साबित होगी. पनडुब्बी दुश्मन की पकड़ से बचने के लिए आधुनिक स्टेल्थ फीचर से लैस है. सटीक मारक क्षमता वाली मिसाइल के जरिए ये पनडुब्बी दुश्मन के छक्के छुड़ा सकती है.
मिसाइल लॉन्च के लिए आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले टारपीडो के अलावा आईएनएस खंडेरी में ट्यूब से लॉन्च होने वाली एंटी शिप मिसाइल्स भी मौजूद हैं. ये मिसाइल्स पानी के अंदर या सतह से दागी जा सकती हैं.
मिसाइल लॉन्च के लिए आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले टारपीडो के अलावा आईएनएस खंडेरी में ट्यूब से लॉन्च होने वाली एंटी शिप मिसाइल्स भी मौजूद हैं. ये मिसाइल्स पानी के अंदर या सतह से दागी जा सकती हैं.
सबमरीन को दुनिया के सभी हिस्सों में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. अत्याधुनिक संचार तकनीक इसकी क्षमता को बढ़ाती है. पनडुब्बी के जरिए ऐंटी-सरफेस और ऐंटी-सबमरीन लड़ने के अलावा खुफिया सूचनाएं भी जुटाई जा सकती हैं. इसके अलावा ये सबमरीन माइन बिछाने और इलाके की निगरानी करने में भी सक्षम है.
‘जल्द ही एक्सपोर्ट करेंगे सबमरीन’
लॉन्चिंग के वक्त रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने उम्मीद जताई कि मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड से जल्द ही दूसरे देशों को भी सबमरीन सप्लाई की जाएंगी.
मराठा इतिहास से मिला नाम
पनडुब्बी का नामकरण मराठा सेना के एक किले पर रखा गया है. एक द्वीप पर बने इस किले ने 17वीं सदी में मराठों का वर्चस्व कायम करने में मदद की थी.
पहले ही लॉन्च हो चुकी है आईएनएस कलवरी
स्कॉर्पीन सीरीज की पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को अप्रैल 2015 में लॉन्च किया गया था. इसका ट्रायल अभी जारी है. उम्मीद है कि आईएनएस कलवरी जून तक नेवी के बेड़े का हिस्सा बन जाएगी. जबकि आईएनएस खंडेरी का ट्रायल दिसंबर तक चलेगा.