सीमेंस गमेंसा रिन्यूएबल कंपनी द्वारा स्कूली बच्चो को समझाया गया मिट्ठी के दीपक का महत्व
रतलाम,15 अक्टूबर (इ ख़बर टुडे)। मंगलवार को पिपलोदा क्षेत्र में कार्य कर रही सीमेंस गमेंसा रिन्यूएबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा शासकीय विद्यालय नवाबगंज में विद्यार्थियों हेतु कौशल शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बच्चों को मिट्टी के दीपक का महत्व बताया गया और आने वाले दीपावली पर्व पर घर की सजावट में आधुनिक लाइटों के स्थान पर मिट्टी के दीपक इस्तेमाल करने की सलाह दी।
रोहित शर्मा ने शिवर के माध्यम से बच्चो को समझाया की दीपावली दीपों का त्यौहार है, दीपावली का अर्थ ही होता है दीपों की कतार. लेकिन आज के आधुनिक युग ने इस त्योहार को बदल कर रख दिया है। वो दीपक कहीं खो से गये हैं जो वास्तव में इस त्यौहार की आत्मा हैं. अब उनकी जगह इलेक्ट्रिक लाइटों और झालरों ने ले ली है। बिजली के शो लाइट की जगह मिट्टी के दीपक प्रयोग करने चाहिए क्योंकि ये लाइटों की अपेक्षा ये अधिक आकर्षक भी लगते हैं और हमारे शरीर के लिए भी उपयोगी है।
क्षेत्रीय समन्वयक रोहित शर्मा ने मिट्ठी के दीपक के उपयोग से स्वास्थ पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी देते हुए बच्चो को बताया कि बारिश के खत्म होने के बाद हमारे वातावरण में बहुत से कीट-पतंग और हानिकारक रोगाणु बड़ी संख्या में घूमते रहते है। इनकी वजह से बहुत सी बीमारिया फैलती हैं। जब हम दीपावली पर मिट्टी के दीपक जलाते है तो वे ना सिर्फ हमें रौशनी देते हैं, बल्कि उनकी लौ में जल कर चारों ओर फैले कीट-पतंग और रोगाणु भी समाप्त हो जाते हैं। अगर हम मिट्टी से बने दीपक इस्तेमाल करते है तो आमतौर पे उसका पैसा एक गरीब कुम्हार के घर जाता है और उसका घर भी रौशन होता है. और इस कारण से आर्थिक दृष्टिकोण से भी ये चाइनीज लाइटो की तुलना में हमारे देश के लिए बेहतर विकल्प है.
शिविर में विद्यार्थियों में मिट्टी के दीपक के प्रति जागरूकता लाने का कार्य किया गया इसी उपलक्ष्य में विद्यालय की दो बालिकाओं कुमारी खुशनुमा पिता सलीम खान और कुमारी साहिबा पिता एहसान अली को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर विद्यालय प्राचार्य बीबी वर्मा घनश्याम सिंह गिरनारा मुकेश कुमार रावल संजय शिकारी ओमप्रकाश प्रजापत छात्रावास अधीक्षक शांतिलाल बॉस पवन बोस और कंपनी की ओर से रोहित शर्मा उपस्थित रहे।