सिंहस्थ में रेलवे स्टेशनों के चप्पे चप्पे पर रहेगी आरपीएफ की निगाह
रेलवे सुरक्षा बल द्वारा किए जा रहे है सुरक्षा के विशेष इंतजाम
रतलाम,17 मार्च (इ खबरटुडे)। अगले माह शुरु होने वाले सिंहस्थ पर्व के दौरान उज्जैन समेत प्रत्येक रेलवे स्टेशन के चप्पे चप्पे पर आरपीएफ की निगाह रहेगी। मण्डल के सभी स्टेशनों पर भारी मात्रा में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई विशेष प्रबन्ध किए जा रहे है। सिंहस्थ के दौरान आरपीएफ द्वारा भारी मात्रा में अतिरिक्त बल भी रेलवे स्टेशनों पर तैनात किया जाएगा।
रतलाम रेल मण्डल के वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त एस सुधाकर ने सिंहस्थ के लिए की जा रही विशेष तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी। श्री सुधाकर ने बताया कि सिंहस्थ पर्व के दौरान करीब एक हजार अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। मण्डल के उज्जैन,रतलाम,नागदा और इन्दौर रेलवे स्टेशनों पर बडी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है,जिससे कि स्टेशनों के चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा सके।
श्री सुधाकर ने बताया कि सिंहस्थ पर्व की अवधि में उज्जैन के मुख्य रेलवे स्टेशन,मोहनपुरा,पवास और विक्रम नगर रेलवे स्टेशनों पर कुल 121 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है। इनमें से 48 कैमरे तो सिंहस्थ के बाद भी स्थाई रुप से उज्जैन स्टेशन पर लगे रहेंगे। इसी तरह इन्दौर रेलवे स्टेशन 45 कैमरे रहेंगे,जबकि रतलाम में 55 और नागदा में 25 कैमरे लगाए जा रहे हैं। सभी रेलवे स्टेशनों पर इन कैमरों पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रुम स्थापित किए गए है,जहां चौबीसों घण्टे इन पर निगरानी रखी जाएगी।
श्री सुधाकर ने बताया कि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर मेला अवधि के लिए विशेष प्रबन्ध किए जा रहे हैं। उन्होने बताया कि उज्जैन के प्लेटफार्म न.1 व 7 को मेला स्पेशल गाडियों के लिए आरक्षित किया गया है। जबकि अन्य प्लेटफार्म्स से लम्बी दूरी की यात्री गाडियों का परिचालन किया जाएगा। मेले के लिए बनाई गई योजना के मुताबिक मेला स्पेशल गाडियों से यात्रा करने वाले यात्रियों को सिर्फ प्लेटफार्म नम्बर एक व सात पर प्रवेश दिया जाएगा और जिन्हे लम्बी दूरी की यात्री करना है,उन्हे सीधे भीतर के प्लेटफार्म्स पर भेजा जाएगा।
इसके लिए रेलवे स्टेशन के दोनो तरफ के प्रवेश द्वारों के बाहर दस हजार यात्रियों की क्षमता वाले होल्डिंग एरिया बनाए गए है। जहां यात्री इंतजार कर सकेंगे। होल्डिंग एरिया के बाहर निकलते ही यात्रियों की चैकिंग की जाएगी और तब उन्हे भीतर प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए दोनो ही छोर पर दस-दस चैकिंग काउण्टर बनाए जा रहे है। इस योजना का लाभ यह होगा कि प्लेटफार्म पर भीड नहीं होगी और यात्री सुविधाजनक ढंग से प्रवेश भी कर सकेंगे और बाहर भी निकल सकेंगे।
श्री सुधाकर ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे स्टेशनों पर डॉ स्क्वाड भी तैनात किए जाएंगे। रेसुब के अपने डॉग स्क्वाड में इस समय छ: कुत्ते उपलब्ध है। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस के पास भी खोजी कुत्ते उपलब्ध है। इन सभी का उपयोग सिंहस्थ अवधि में किया जाएगा।
श्री सुधाकर ने बताया कि रतलाम रेल मण्डल में वर्तमान में करीब ७५० व्यक्तियों का बल उपलब्ध है। सिंहस्थ के लिए यह बल अपर्याप्त है। सिंहस्थ के विशेष प्रबन्धों के लिए मुख्यालय से करीब एक हजार सुरक्षाकर्मी और मांगे गए है। मेला अवधि में मण्डल के अन्यान्य स्थानों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी मेला क्षेत्र में तैनात किया जाएगा।
उन्होने बताया कि मेला अवधि में रेलवे स्टेशनों पर तैनात किए जाने वाले सुरक्षाकर्मियों को स्टेशन क्षेत्र में ही रुकवाया जाएगा। इसके लिए प्रबन्ध कर लिए गए है। मेले में तैनात किए जाने वाले रेसुब कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण अप्रैल के प्रथम सप्ताह से शुरु होगा। प्रशिक्षण के बाद सुरक्षा इंतजामों का ट्रायल भी किया जाएगा,जिससे कि मेले के दौरान किसी भी तरह की चुनौती से निपटा जा सके।
श्री सुधाकर के अनुसार,रेलवे सुरक्षा बल ने सिंहस्थ के दौरान उमडने वाली भीड के प्रबन्धन की विस्तृत कार्ययोजना बनाई है,जिसकी वजह से स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाया जा सकेगा।