साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल-मौलाना मौज तैराक दल
मौलाना मौज तैराक दल मानव सेवा को दे रहा तरजीह
रामघाट पर अभी तक 40-45 जिन्दगियों को बचाया डूबने से
उज्जैन ,26अप्रैल(इ खबरटुडे)।सिंहस्थ महाकुंभ में रामघाट पर मौलाना मौज तैराक दल संघ ने सामाजिक सदभाव की अनूठी मिसाल पेश की है। दल ने अभी तक 40-45 श्रद्धालु को डूबने से बचाया गया है।
इंसानियत को मजहब/धर्म से बढ़कर मानने वाले मौलाना मौज तैराक दल के अध्यक्ष अखलाक खान ने बताया कि उनके संघ में ज्यादातर युवक मुस्लिम समुदाय के है, कुछ युवक हिन्दू कहार जाति से भी है। तैराक दल के सभी युवक पावन क्षिप्रा के तट पर स्नान के लिये आ रहे श्रद्धालुओं की रक्षा के प्रति पूर्णतया संकल्पित और समर्पित भाव से जुटे हैं।
तैराक दल न केवल पावन क्षिप्रा नदी में श्रद्धालुओं के साथ स्नान के दौरान होने वाली कोई भी अनहोनी को रोकने और नदी तटों पर दिखने वाले जहरीले जीवों/साँपों को भी पकड़कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के लिये समर्पित हैं। इस प्रकार जल-जीवों की सुरक्षा भी वो कर रहे हैं।
तैराक दल के एक कर्मठ और उत्साही युवा अब्दुल वाजिद ने बताया कि उन्होंने रामघाट क्षेत्र में शाही स्नान के दिन 22 अप्रैल को 5-6 जिंदगियों को डूबने से बचाया है। वे अब तक चार जहरीले जीव/साँप भी पकड़कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचा चुके हैं। तैराक दल के सभी सदस्य सीटी बजाकर श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से चेताते हैं। उन्हें जंजीरों/बेरिकेड्स के भीतर ही रहने के लिए समझाते हैं। इसके बावजूद जब कुछ श्रद्धालु गहरे पानी में डुबकी लगाने के उत्साह में डूबने लगते हैं, वैसे ही दल के सदस्य डूबते व्यक्ति को गोता लगाकर बचा लेते हैं।
श्री खान ने यह भी बताया कि उनका दल ग्रीन सिंहस्थ-क्लीन सिंहस्थ के प्रति भी समर्पित है। दल के सदस्यों ने सोमवार को होमगार्ड के आव्हान पर रामघाट के घाटों की न केवल साफ-सफाई की। क्षिप्रा नदी के पानी को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने की दिशा में फूलों और अन्य पूजन सामग्री सहित कचरे को भी निकालकर बाहर भिजवाया। तैराक दल तीन शिफ्ट में 24 घण्टे श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा में समर्पित है। सिविल डिफेंस के रूप में जो भी जिम्मेदारी दल के सदस्यों को सौंपी जाती है, दल द्वारा सेवा भावना से पूरा करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने बताया कि सर्वधर्म समभाव की भावना से कार्य करता है। सिंहस्थ महाकुंभ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को स्नान के दौरान होने वाली हर अनहोनी से बचाना हमारा संकल्प भी है और लक्ष्य भी।