सबसे प्राचीन आवाहन अखाड़े की उज्जैन में हुई पेशवाई
उज्जैन,10अप्रैल (इ खबरटुडे)।सबसे प्राचीन आवाहन अखाड़े की पेशवाई रविवार सुबह शुरू हुई। नीलगंगा तालाब पर पूजन के साथ सुबह 10:20 पर पेशवाई का आरंभ हुआ। अखाड़े की अगुवाई आराध्यदेव विघ्न विनाशक गणपति महाराज ने किया।
नीलगंगा तालाब से पेशवाई तीन बत्ती, टॉवर, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज, सतीगेट, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, छोटी रपट होते हुए छावनी पहुंची।
पेशवाई में 21 रथों पर आचार्य महामंडलेश्वर, श्रीमहंत एवं अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। दो हाथी, सात घोड़े, तीन ऊंट भी पेशवाई की शोभा बढ़ा रहे हैं। अखाड़े के इष्टदेव के पीछे स्वामी शिवेंद्र पुरी महाराज का रथ चले। सभापति अमर शब्दापुरी, थानापति भारद्वाज गिरी के साथ श्रीमहंत, महामंडलेश्वर, महंत, थानापति, कोठारी, पुजारी, सरदरान, भंडारी और नागा संन्यासी भी इसमें मौजूद रहे। प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह भी पेशवाई पेशवाई में शामिल हुए।