संघ प्रमुख डॉ.भागवत ने क्षेत्रीय बैठक में जानी मप्र-छग के संगठन की जमीनी हकीकत
उज्जैन,12 फरवरी (इ खबरटुडे)। महाकाल के समीप स्थित माधव सेवा न्यास के भवन में आयोजित संघ की एक दिवसीय क्षेत्रीय बैठक में संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत ने जहां संपूर्ण मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ में चल रहे संघ कार्य की जमीनी हकीकत का जायजा लिया,वहीं अगले वर्षभर के कार्यक्रमों और संगठन विस्तार की योजनाओं पर चर्चा की।
कडी सुरक्षा के बीच सपंन्न हुई इस बैठक में आरएसएस के चार प्रान्तों मध्यभारत,महाकौशल,मालवा और छत्तीसगढ के करीब एक सौ बीस प्रतिनिधि शामिल हुए। संघ की दृष्टि से मध्यप्रदेश के तीन प्रान्त और छत्तीसगढ को मिला कर मध्यक्षेत्र बनता है। संघ के सूत्रों के मुताबिक बैठक के प्रथम सत्र में मध्यक्षेत्र के पदाधिकारियों द्वारा सरसंघचालक डॉ.भागवत के समक्ष वृत्त निवेदन किया गया।
वृत्त निवेदन के दौरान पदाधिकारी पूरे क्षेत्र में संघ की शाखाओं और संघ द्वारा किए गए कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी देते है। संघ सूत्रों के मुताबिक आगामी मार्च में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक होना है,जिसमें संघ के सरकार्यवाह द्वारा पूरे देश भर में चल रही संघ की विभिन्न गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया जाना है। इसी तर्ज पर देश भर में क्षेत्रीय बैठके आयोजित की जा रही है। क्षेत्रीय बैठकों में प्रस्तुत किए गए वृत्त के आधार पर ही अखिल भारतीय वृत्त बनाया जाता है।
वृत्त निवेदन में जहां संघ की शाखाओं के विस्तार की जानकारी दी गई वहीं सामाजिक समरसता के लिए आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया। बैठक के द्वितीय सत्र में आगामी वर्ष में संगठन विस्तार की रणनीति तथा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की गई।
अधिकारिक तौर पर बैठक का समापन सोमवार सुबह होना है। हांलाकि बैठक में सभी प्रमुख विषयों की चर्चा रविवार को ही कर ली गई। सोमवार की सुबह बैठक का औपचारिक समापन होगा।
केन्द्रीय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारी रहे मौजूद
संघ की मध्यक्षेत्र की बैठक में आरएसएस के कई केन्द्रीय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे। मध्यक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रचारक अरुण जैन,क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी,मालवा प्रान्त के प्रान्त प्रचारक पराग अभ्यंकर,सह प्रान्त प्रचारक डॉ.श्रीकान्त समेत मध्यभारत,महाकौशल एवं छत्तीसगढ प्रान्तों के पदाधिकारी बैठक में मौजूद थे।
मीडीया से दूरी
संघ की बैठकों में आमतौर पर मीडीया से दूरी रखी जाती है। बैठक स्थल माधव सेवा न्यास के परिसर को पूरी तरह बन्द कर दिया गया है और वहां पर किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं है। मीडीयाकर्मी दिनभर भीतर चल रही गतिविधियों की टोह लेने में लगे रहे,लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लग सका।
सोमवार को ग्राम संगम का सम्मेलन
क्षेत्रीय बैठक के समापन के पश्चात सोमवार दोपहर को ग्राम संगम के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा। इसमें मालवा प्रांत के 600 ऐसे गांव से 3 – 4 प्रतिनिधि भाग लेंगे, जिन गांवों का चयन समग्र ग्राम विकास में हुआ है ओर वहां ग्राम विकास के 6 में से 3 बिंदुओं पर काम शुरू हो चुका है । छ: बिंदुओं में सामाजिक समरसता , जैविक कृषि ,गौपालन ,व्यसन मुक्ति ,शिक्षा , संस्कार शामिल हैं । संघ सूत्रों के मुताबिक गांव कैसे आत्मनिर्भर ओर स्वावलंबी बने जिस तरह से प्राचीन भारत में गांव आत्मनिर्भर होते थे अपनी जरूरतों की पूर्ति खुद करते थे उसी के लिए संघ समग्र ग्राम विकास का कार्यक्रम चला रहा है।