November 23, 2024

शोपियां में सेना को बड़ी कामयाबी, ‘बुरहान ब्रिगेड’ का सफाया, सद्दाम समेत पांच आतंकी ढेर

श्रीनगर ,06मई (इ खबरटुडे)। जम्मू-कश्मीर के शोपियां के बडगाम में चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल कमांडर सद्दाम पादर और उसके दो साथियों बिलाल मौलवी और आदिल समेत 5 आतंकियों मार गिराया। मारे गए आतंकियों में एक कश्मीर विश्वविद्यालय का असिस्टेंट प्रोफेसर भी शामिल है। फायरिंग में पुलिसकर्मी अनिल कुमार और 44 आरआर का एक जवान जख्मी हुए हैं। पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने जानकारी दी की पांच आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

हालांकि एसएसपी ने मारे गए आतंकियों के नामों की पुष्टि नहीं की है,लेकिन संबिधत सूत्रों ने बताया कि मारे गए आतंकियों में हिजबुल मुजाहिदीन का 15 लाख का ईनामी डीविजनल कमांडर सद्दाम पादर, असिस्टेंट प्रोफेसर मोहम्मद रफी बट, आदिल व दो अन्य हैं।

एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि शोपियां के जैनापुरा इलाके में बडीगाम गांव में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी। इस सूचना पर सुरक्षा बलों ने सुबह इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। अधिकारी ने कहा कि आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। सुरक्षाबलों की तरफ से भी जवाबी फायरिंग की गई थी।
इस बीच में मुठभेड़ शुरू होने के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय युवक भड़काऊ नारेबाजी करते हुए मुठभेड़ स्थल की तरफ रवाना होने लगे। कुछ मौके पर भी पहुंच गए और उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया।स्थिति को बिगड़ता देख सुरक्षाबलों ने भी उन्हें खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया और इसके साथ ही बादीगाम,रोहमू व उसके साथ सटे इलाककों में हिंसक झड़पें शुरू हो गई। इनमें सात लोग जख्मी हुए हैं। बताया जा रहा है कि घायलों में एक आसिफ अहमद को गोली लगी है।

हिज्बुल का आतंकी सद्दाम पादर भी मारा गया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मारे गए आतंकियों में हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर सद्दाम पादर भी है। सुरक्षाबलों ने सद्दाम के साथ बिलाल मौलवी और आदिल मलिक को भी घेर लिया था। सद्दाम हिज्बुल का शीर्ष आतंकी कमांडर है और वह बुरहान ब्रिगेड में शामिल एकमात्र जीवित हिज्बुल कमांडर था।
आतंकियों में कश्मीर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर भी शामिल
गौरतलब है कि कश्मीर विश्वविद्यालय में सोशियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर मोहम्मद रफी बट गत शुक्रवार को नमाज केबाद से ही लापता था। उसकी गुमशुदगी को लेकर गत शनिवार को विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों, प्रोफेसरों व उसके परिजनों ने एक प्रदर्शन भी किया था। पुलिस ने भी उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरु कर दी थी। एसएसपी शोपियां ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर को सरेंडर के लिए मनाने के इरादे से उसके परिजनों की भी मदद ली जा रही थी।

बता दें कि इन दिनों राज्य में आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं। शनिवार को भी आतंकियों ने राजधानी में दरबार (नागरिक सचिवालय) खुलने के मौके पर छत्ताबल इलाके में एक बड़े आतंकी हमले की कोशिश की थी, लेकिन वे इसमें नाकाम रहें। सुरक्षालों ने हमला करने आए तीनों आतकियों को मार गिराया था।

इस एनकाउंटर में सीआरपीएफ के एक असिस्टेंट कमांडेंट समेत तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इस बीच, मुठभेड़ में फंसे आतंकियों को बचाने के लिए मुठभेड़ स्थल पर जमा पत्थरबाजों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़पों में एक पत्थरबाज की मौत हो गई, जबकि तीन प्रेस फोटोग्राफर समेत 25 लोग जख्मी हो गए थे।

गौरतलब है कि सुरक्षाबलों को लगातार अपने तंत्र से खबर मिल रही है कि अपने कैडर के लगातार मारे जाने से हताश आतंकी संगठन सोमवार सात मई को श्रीनगर में नागरिक सचिवालय जिसे स्थानीय स्तर पर दरबार कहते हैं, के खुलने के मौके पर या उससे पहले किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। आतंकी साजिश को नाकाम बनाने के लिए सुरक्षाबल लगातार श्रीनगर के भीतरी और बाहरी इलाकों में आतंकियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं।

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