शिप्रा से जमकर हो रहा पानी चोरी,दल पहुंचा कई स्थानों पर
किसान मोटर ले भागे, अभियान सतत चलेगा
उज्जैन,13 मार्च(इ खबरटुडे)।सिंहस्थ के मद्देनजर शिप्रा नदी में पर्याप्त जल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिये कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने जल चोरी को रोकने के लिये दल का गठन किया है। गठित दल द्वारा त्रिवेणी घाट के ऊपर के शिप्रा किनारे बसे कई गांवों का निरीक्षण शनिवार को किया।
कलेक्टर के निर्देश पर गठित दल ने सारे पाइप और वायर जप्त
निरीक्षण के दौरान किठौदाराव में शिप्रा नदी के किनारे मोटर पम्प का उपयोग करने वाले कई किसानों ने दल को आता देख अपने मोटर पम्प तो निकाल लिये मगर वे पम्प, पाइप और मोटर कनेक्शन वायर वहीं छोडक़र चले गये। कलेक्टर के निर्देश पर गठित दल ने सारे पाइप और वायर जप्त कर प्रकरण बनाये। दल का संचालन उज्जैन एसडीएम क्षितिज शर्मा ने किया। पुलिस बल में नगर पुलिस अधीक्षक श्री समाधिया, तहसीलदार शेखर चौधरी, सी.एस.धार्वे, एमपीईबी के सहायक यंत्री गुजराती और राजस्व के आरआई व पटवारी उपस्थित रहे।
किठौदाराव में ही विद्युत विभाग द्वारा अवैध रूप से बिजली की चोरी चक्की चलाने के लिये उपयोग करते पकड़ा गया। इसके अलावा बिजली चोरी का पांच हॉर्सपावर की थ्रेशर मशीन का संचालन करते हुए भी पकड़ा गया। दल इसके पश्चात मतानाखुर्द पहुंचा। शिप्रा नदी के किनारे 7.5 हॉर्सपावर की मोटर द्वारा जल चोरी का भी प्रकरण बनाया गया। दल जब मतानाखुर्द पहुंचा तो मोटर मालिक राजेन्द्र पिता बालूसिंह अपना ट्रेक्टर लेकर मोटर निकालने शिप्रा किनारे पहुंचा, फिर भी दल से मोटर बचाने में नाकामयाब रहा।
बिजली चोरी और जल चोरी के इनके प्रकरण बनाये गये
दल द्वारा मौके पर ही बिजली चोरी और जल चोरी के प्रकरण बनाये गये। इनमें मोहनलाल पिता दोलाजी का प्रकरण थ्रेशर संचालन में बिजली चोरी का, लाला तूफान का बिना कनेक्शन आटा चक्की संचालन का और राजेन्द्रसिंह बालूसिंह का प्रकरण 7.5 हॉर्सपावर की मोटर चलाने का प्रकरण बनाया गया।