वाटर हार्वेस्टिंग अभियान के लिए पूर्व महापौर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा
रतलाम,15 जून(इ खबरटुडे)।पानी के संकट से निपटने के लिए पूर्व महापौर शेलेन्द्र डागा ने वाटर हार्वेस्टिंग के अभियान को अति आवश्यक बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिह चौहान और कलेक्टर बी.चंद्रशेखर को पत्र लिखकर मानसून पूर्व इस दिशा में ठोस कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
पत्र में पूर्व महापौर ने बताया कि पिछले कुछ सालों में पानी का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। पानी के संकट को प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर ही दूर किया जा सकता है। मध्य प्रदेश में जल्द ही मानसून का आगमन होने वाला है। इसलिए आवश्यक है कि मानसून पूर्व पूरे प्रदेश में बारिश के पानी को सहेजने का अभियान चलाया जाए। इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देना सबके लिए हितकर होगा। वाटर हार्वेस्टिंग के जरिए प्रति व्यक्ति आवश्यकता का पानी जमीन में संग्रहित किया जा सकता है। इसके लिए अधिक राशि भी खर्च नहीं होती। इसलिए शासन को इसमें अग्रणी भूमिका निभाकर पहले शासकीय भवनों में हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना और फिर सबको इसके लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।
सोने पर सुहागा वाली कहावत चरितार्थ हो सकती है
उन्होने पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि पूरे प्रदेश में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अपनाने के ना केवल आदेश जारी किए जाए, अपितु नागरिकों को प्रेरित भी किया जाए। पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान एक उत्कृष्ट प्रेरक है, इसलिए उनकी अपील का दूरगामी असर होगा। वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से जलस्तर बढ़ेगा और भविष्य में पानी की किल्लत भी नहीं होगी। शासन वर्तमान में पौधारोपण पर सर्वाधिक ध्यान दे रहा है, लेकिन यदि इसके साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर भी जोर दिया जावे, तो सोने पर सुहागा वाली कहावत चरितार्थ हो सकती है।