September 29, 2024

लगातार हाउसफुल चल रही है रतलाम की फिल्म मालवा मराठा,बुध्दिजीवी वर्ग ने भी की प्रशंसा

रतलाम,23 जुलाई (इ खबरटुडे)। स्थानीय कलाकारों को लेकर रतलाम के निर्देशक हरीश दर्शन शर्मा द्वारा बनाई गई फिल्म मालवा मराठा को दर्शकों ने काफी पसन्द किया है और रिलीज से लेकर अब तक फिल्म के सारे शो हाउसफुल रहे है। फिल्म को आम दर्शकों के साथ साथ बुध्दिजीवी वर्ग की सराहना भी मिल रही है।
आमतौर पर सोमवार का दिन फिल्मों के लिए कठिन माना जाता है,लेकिन फिल्म मालवा मराठा ने इस मिथक को भी तोड दिया। सोमवार को भी फिल्म का शो हाउसफुल रहा। यह फिल्म समीपस्थ ग्राम नगरा के स्व.जगदीश पाटीदार के जीवन पर आधारित है। अपराधी तत्वों ने स्व.जगदीश पाटीदार की नृशंस हत्या कर दी थी। फिल्म की कहानी इसी घटनाक्रम को केन्द्र में रखकर बनाई गई है।
स्व.पाटीदार के परिजन और उनकी पत्नी श्रीमती यशोदा पाटीदार भी सोमवार को यह फिल्म देखने पंहुचे। फिल्म को देखने के बाद उन्होने पूरे घटनाक्रम के फिल्मांकन की जमकर सराहना की।  बुध्दिजीवी वर्ग के अनेक लोगों ने भी फिल्म के कथानक और निर्देशन की प्रशंसा की है। शासकीय अधिवक्ता नीरज सक्सेना के अनुसार,रतलाम जैसे छोटे शहर में सीमित साधनों के साथ इतनी उच्चस्तरीय फिल्म बनाई जा सकती है,इस पर सहसा विश्वास नहीं होता। श्री सक्सेना ने तो फिल्म देखने के बाद इसकी समीक्षा भी लिखी है। पत्रकार मुकेश गोस्वामी और अदिती मिश्रा की टिप्पणी थी कि स्थानीय कलाकारों का अभिनय देख कर यह नहीं कहा जा सकता कि वे पहली बार कैमरे का सामना कर रहे है। ऐसा लगता है कि जैसे मंजे मंजाये कलाकार अभिनय कर रहे है। फिल्म दर्शकों को पूरी तरह बांध लेती है। फिल्म शुरु होने के बाद कब इन्टरवेल आ जाता है,पता ही नहीं लगता। इन्टरवेल के बाद भी फिल्म पर निर्देशक की पकड ढीली नहीं होती। दर्शक पलक भी नहीं झपका पाते। फिल्म तेज गति से आगे बढती है।
इन्टरनेट पर भी फिल्म को फाईव स्टार रेटिंग मिल रही है। इन्टरनेट पर बुक माय शो के द्वारा फिल्म के टिकट बुक किए जा सकते है। बुक माय शो पर भी फिल्म को फाईव स्टार रेटिंग मिली है। अनेक दर्शकों ने इस पर अपने कमेन्ट्स भी दिए है,जिसमें फिल्म को जबर्दस्त बताया गया है।
फिल्म के निर्देशक हरीश शर्मा का कहना है कि बेहद कम बजट और सीमित साधनों से बनी इस फिल्म का प्रदर्शन भी आसान नहीं था। सिंगल स्क्रीन के साथ साथ मल्टीफ्लैक्स में फिल्म को रिलीज करना बेहद कठिन काम था,लेकिन दर्शकों ने इसे हाथों हाथ लिया और इसी वजह से फिल्म को मल्टीफ्लैक्स में रिलीज करना संभव हो पाया।

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