रामद्वारा पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन
रतलाम,10 अगस्त(इ खबरटुडे)। ज्ञान चाहे गीता का हो, भागवत का हो अथवा रामायण का उस ज्ञान को जीवन में उतारने से ही सार्थकता आती है, मात्र सुनने से नहीं। उन्होंने कहा कि राम के जीवन को परिवार, समाज में जीते हुए जीना चाहिए। मर्यादित जीवन जीने से सुख एवं शांति की प्राप्ति होती है।
उक्त बात बालयोगी 1008 संत तोताराम महाराज द्वारा श्रीमद् भागवत के चौथे दिन उपस्थित श्रोताओं के बीच कही। इस दिन यहां कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रीराम ट्रस्ट द्वारा आयोजित गुरूदेव श्री कृष्णदास जी महाराज की स्मृति में उक्त दिव्य संगीतमय भागवत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
श्रीराम द्वारा ट्रस्ट के शिष्य रामरतन रामस्नेही (अध्यक्ष) ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार यह आयोजन 6 अगस्त से 12 अगस्त तक किया जा रहा है, जिसमें दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर भक्तजन अनिल जायसवाल, गोपाल उपाध्याय, सुरेश चावड़ा, केवलजी, श्रीमती सुशीला, आशा उपाध्याय, मधुबाला, दाखाबाई कुमावत, नम्रता, संगीता, ऊर्षिता एवं कृष्णा समेत अनेक महिलाएं उपस्थित थी।