गुजरात की सभी पालिकाओं में जीत की ओर बढ़ रही है बीजेपी
अहमदाबाद,02 दिसंबर(इ खबरटुडे)। गुजरात की 6 महानगर पालिकाओं के चुनावों में पड़े वोटों की काउंटिंग बुधवार सुबह से शुरू हो गई। राज्य में हाल ही में पाटीदार-पटेल आरक्षण आंदोलन होने के चलते बीजेपी के लिए यह चुनाव अग्नि परीक्षा की तरह माना जा रहा था। हालांकि, बीजेपी सभी पालिकाओं में जीत की ओर बढ़ रही है। वहीं, राजकोट महानगरपालिका बीजेपी ने 4 सीट से जीत ली है।
एक उलटफेर यह भी हुआ है कि पाटीदार पटेल आंदोलन चलाने वाले हार्दिक पटेल के गांव विरमगाम के वार्ड नंबर-2 में बीजेपी को जीत मिली है, जिसकी जीत की संभावना न के ही बराबर थी।
6 निकायों के वॉर्ड में शुरुआती रुझानों पर एक नजर…
महानगरपालिका कुल वार्ड बीजेपी को लीड कांग्रेस को लीड अन्य
अहमदाबाद 192 143 48 01
सूरत 116 69 31 00
वडोदरा 76 54 14 00
राजकोट 72 38 34 00
जामनगर 64 38 24 02
भावनगर 52 34 18 00
राजकोट में सिर्फ चार सीटों से जीती भाजपा
सबसे रोमांचक नजारा राजकोट में दिखाई दिया। यहां मतगणना के आखिरी एक घंटे तक बीजेपी और कांग्रेस के 20-20 सीटों पर जीत दर्ज कर चुके थे। इतना ही नहीं, यह सिलसिला उस समय तो और भी रोमांचकारी हो गया, जब दोनों दलों ने राजकोट की कुल 72 सीटों में से 34-34 सीटों पर जीत दर्ज की ली थी। इसी दौरान आखिरी दौर में बीजेपी ने चार सीटों का चौका लगाते हुए राजकोट महानगरपालिका अपने नाम कर ली।
भावनगर में हालात बदले
शुरुआती रुझानों में भाजपा भावनगर में कांग्रेस से पिछड़ती नजर आ रही थी, लेकिन अब यहां भी भाजपा ने बढ़त बना ली है। भावनगर की 52 सीटों के लिए भाजपा 34 पर, जबकि कांग्रेस 18 सीटों पर लीड कर रही है।
कब हुई थी वोटिंग?
– छह नगर निगमों के लिए वोटिंग 22 नवंबर को हुई थी।
– 31 जिला पंचायतों, 230 तालुका पंचायतों और 56 नगर पालिकाओं के लिए वोटिंग 29 नवंबर को हुई।
– पहले चरण यानी छह नगर निगमों में 45% वोटिंग हुई। लेकिन दूसरे चरण में जिन निकायों में मतदान हुआ, वहां 60% से ज्यादा वोट डाले गए।
यह चुनाव सीएम आनंदीबेन के लिए चैलेंज
– इस चुनाव को मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के लिए चैलेंज के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यह पटेल आरक्षण आंदोलन के बाद हो रहा है।
– नरेंद्र मोदी की जगह आनंदीबेन पटेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला बड़ा चुनाव है।
– बीजेपी के खिलाफ पटेल समुदाय की नाराजगी का इस्तेमाल करते हुए कांग्रेस राज्य के निकायों में वापसी की उम्मीद कर रही है।