मुसलमानों को वोट की मंडी का माल ना समझा जाए: पीएम मोदी
कोझिकोड,25 सितम्बर(इ खबरटुडे)। केरल के कोझिकोड में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 100 वीं जयंती के मौके पर उन्हें याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया. मोदी ने कहा कि मुसलमानों को वोट बैंक की मंडी का माल ना समझा जाए.मुसलमानों के करीब आने की कोशिश में मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय के 50 साल पहले दिए उस कथन को दोबारा याद दिलाया जिसमें उन्होंने मुसलमानों के करीब आने और उनकी तरक्की का मंत्र दिया था.
बीजेपी राष्ट्रीय परिषद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उपाध्याय के कथन को दोहराते हुए कहा, “न मुसलमानों को पुरस्कृत करें, न तिरस्कृत करें. बल्कि उनका परिष्कार करें. मुसलमान कोई वोट की मंडी का माल नहीं और घृणा की वस्तु नहीं है. उसे अपना समझे.”
बीजेपी की सामाजिक जिम्मेदारियों और उसकी सेवा की शान में कसीदे गढ़ते हुए मोदी ने कहा, “हम लोग लेने, पाने और बनने के लिए निकले हुए लोग नहीं हैं. हम वे हैं जो आम लोगों के कल्याण में खुद को खपा देने वाले हैं.”
विकास का मंत्र
इसके साथ ही मोदी ने एक बार फिर कहा कि देश की समस्याओं का समाधान सिर्फ और सिर्फ विकास में है. उन्होंने जोर देकर कहा कि समाज के निचले वर्ग का विकास करना जरूरी है और उनकी इस विकास यात्र में कोई नहीं छूटेगा.
देश के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचने को लेकर उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान के सभी क्षेत्रों में सभी भू-भागों में और सभी लोगों के लिए विकास की समान संभावनाओं को हमें तलाशते रहना चाहिए.”
राजनीति में गिरावट
अपने भाषण में पीएम मोदी ने मौजूदा राजनीति में गिरावट का शिकवा किया. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद राजनीति में गिरावट आई है और ये गिरावट ऐसी है कि बेटे भी नहीं बताते कि उनके पिता राजनीति में हैं. राजनीति के खोए वकार को दोबारा लौटाना जरूरी है.
चुनाव सुधार जरूरी
लोकसभा और देश की सभी विधानसभाओं के एक साथ चुनाव की दिशा में बढ़ने की बात बहुत पुरानी है और बीते दिनों राष्ट्रपति ने भी इस ओर इशारा किया है. कोझिकोड़ में पीएम मोदी ने कहा कि अब चुनाव सुधार पर चर्चा का समय आ गया है. मोदी का तर्क था कि
अलग-अलग चुनाव होने से देश पर इसका भारी बोझ पड़ता है. उन्होंने कहा कि चुनाव सुधार को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में सेमिनार होने चाहिए.
पेरिस संधि पर लगेगी मुहर
इसके साथ ही पीएम मोदी ने पर्यावरण को लेकर बड़ी बात ये कही कि भारत महात्मा गांधी के जन्मदिवस 2 अक्टूबर को पेरिस में ‘कान्फ्रेंस आफ पार्टीज’ में हुए फैसलों पर अपनी मुहर लगा देगा. उन्होंने कोझिकोड में कहा, “2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के जन्मदिन पर भारत पेरिस में ‘कान्फ्रेंस आफ पार्टीज’ हुए समझौते का अनुमोदन करेगा. महात्मा गांधी जी ने पर्यावरण में अविस्मरणीय योगदान दिया और दुनिया ने माना है कि पर्यावरण बचाने में भारत को योगदान सबसे ज्यादा है.”