मरकज से निकाले गए 2100 लोग, देशभर में जमातियों की तलाश, 2000 की पहचान
नई दिल्ली,01 अप्रैल(इ खबर टुडे)।कोरोना संक्रमण का एपीसेंटर बन चुके तबलीगी जमात के मरकज के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मरकज से देर रात भी जमातियों को बसों में भरकर आइसोलेशन में ले जाया गया.
सुबह 4 बजे तक 2100 लोगों को मरकज से निकाला गया. हालांकि, मरकज का दावा था कि अंदर सिर्फ एक हजार लोग हैं. इससे उलट वहां से 2100 लोग निकाले गए हैं.
इस बीच उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में जमात में शामिल लोगों की तलाश शुरू हो गई है. यूपी सरकार ने दावा किया है कि मरकज की जमात में शामिल हुए 95 फीसदी लोगों की पहचान कर ली गई है.
कई शहरों की मस्जिदों में पनाह लेने वाले जमातियों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है. अब तक दो हजार से अधिक लोगों को क्वारनटीन किया गया है.
मरकज पर पुलिस की कार्रवाई
कोरोना महामारी के संकट में ढकेल देने वाले तबलीगी जमात के मरकज पर अब पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है. कायदे- कानूनों की धज्जियां उड़ाने वाले मौलाना शाद और निजामुद्दीन स्थित मरकज में जमात के आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 269, 270, 271 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है.
दिल्ली पुलिस ने जारी की लिस्ट
इस बीच दिल्ली पुलिस ने एक लिस्ट भी जारी की है, जिसमें मरकज से जुड़े 157 लोगों का जिक्र है जो दिल्ली की अलग- अलग मस्जिदों और जगहों पर पनाह लिए हुए हैं. इनमें 94 इंडोनेशिया, किर्गिस्तान के 13, बांग्लादेश के 9 , मलेशिया के 8 , अल्जीरिया के 7, इटली, बेल्जियम और ट्यूनीशिया के एक-एक लोग शामिल हैं. बाकी हिंदुस्तानी हैं. पुलिस का कहना है कि जहां ये लोग रह रहे हैं, वहां सोशल डिस्टेंसिंग नहीं हो सकती है.