मप्र में युवाओ को एक क्लिक पर मिलेगा उच्च शिक्षा के लिए ऋण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया साफ्टवेयर का लोकार्पण
भोपाल, 8 मार्च (इ खबर टुडे) मध्यप्रदेश में युवाओं को अब बैंकों में आनलाइन आवेदन कर उच्च शिक्षा ऋण प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च शिक्षा ऋण योजना की आनलाइन मानीटरिंग के लिये तैयार किये गये साफ्टवेयर का आज यहां राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में लोकार्पण किया। श्री चौहान ने कहा कि युवाओं को अवसर मिलें तो वे चमत्कार कर सकते हैं। मध्यप्रदेश में युवाओं को रोजगार देने के लिये मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना तैयार की गयी है। प्रदेश में 24 घंटे बिजली देकर गाँव-गाँव में लघु उद्योगों का जाल बिछाया जायेगा। उन्होंने देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिये बैंकर्स से योजना में सहयोग का आव्हान किया।बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मुख्य सचिव आर.परशुराम सहित बैंकर्स और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
श्री चौहान ने कहा कि युवाओं की आकांक्षाओं को गंभीरता से लेने और उन्हें यथास्थितिवाद के जंजाल से निकालने की जरूरत है। आज हर बड़ा उद्योग मध्यप्रदेश में आ रहा है। इसके साथ ही हम गाँव-गाँव में लघु उद्योग स्थापित कर देश ही नहीं विदेशों के बाजार भी मध्यप्रदेश में बनी सामग्री से पाटना चाहते हैं। इससे रोजगार के अवसर और प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी। गाँवों को एक स्वावलंबी इकाई बनाने के लिये परम्परागत व्यवसायों में लगे लोगों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जा रही है। इन कारीगरों के लिये हर गाँव में एक छोटा बाजार विकसित किया जायेगा। युवाओं के लिये मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना तथा छोटे कारीगरों के लिये स्वरोजगार योजना बनायी गयी है। इन योजनाओं में राज्य सरकार ऋण की गारंटी और पाँच वर्ष तक पाँच प्रतिशत ब्याज अनुदान देगी।
श्री चौहान ने कहा कि विकास का लाभ आम गरीब आदमी तक पहुँचे इसके लिये राज्य सरकार ने कई योजनाएं बनायी हैं। मुख्यमंत्री आवास मिशन तथा शहरी आवास योजना के तहत गरीबों के अपने मकान के सपने को पूरा किया जायेगा। मध्यप्रदेश आज तेजी से विकास कर रहा है तथा देश की प्रगति में योगदान कर रहा है। प्रदेश में कृषि और सिंचाई के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। मई अंत तक प्रदेश के हर गाँव में 24 घंटे बिजली मिलेगी। युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिये कौशल विकास मिशन शुरू किया गया है। युवाओं द्वारा स्थापित लघु उद्योगों के उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में राज्य सरकार हरसंभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि बैंकों की साख देश की पूँजी है, बैंकर्स इसे ध्यान में रखकर कार्य करें। उन्होंने आव्हान किया कि सबको मिलकर देश-प्रदेश के लिये कुछ करने का भाव पैदा करना होगा। बैंक युवाओं का सहयोग करें, मार्गदर्शन दें।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश के विकास में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज प्रदेश में टीसीएस और इन्फोसिस जैसे बड़े उद्योग आ रहे हैं। मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था मंदी से अप्रभावित है। बैंकर्स मुख्यमंत्री स्वरोजगार जैसी महत्वाकांक्षी योजना में सहयोग करें।
मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम ने कहा कि बैंक आर्थिक सामाजिक उन्नति की महत्वपूर्ण योजनाओं में पूरा सहयोग करें। प्रदेश में मुख्यमंत्री आवास मिशन और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी अभिनव योजना शुरू की है। इसमें सभी बैंकर्स द्वारा एम.ओ.यू. किये गये हैं। राज्य सरकार स्किल डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दे रही है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमेन एम.वी. टंकसाले ने कहा कि बैंकों का फोकस अब ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों पर है। बैंकों द्वारा गाँवों में अल्ट्रा बैंकिग सुविधा शुरू की जा रही है। हर छह माह में लीड बैंक प्रबंधकों का सम्मेलन आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी बैंकर्स सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं का क्रियान्वयन समय-सीमा में करें।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उच्च शिक्षा ऋण योजना की ऑनलाईन मानीटरिंग के लिये तैयार किये गये साफ्टवेयर के जरिये आवेदन करने वाले कुछ युवाओं को उच्च शिक्षा ऋण वितरित किया। इस अवसर पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक श्री दिनेश खारा और अपर मुख्य सचिव पी.के. दाश, अपर मुख्य सचिव श्रीमती अरूणा शर्मा, अपर मुख्य सचिव श्रीमती अजीता बाजपेयी पाण्डे भी उपस्थित थीं।