मध्य प्रदेश के मंदिरों में जन्माष्टमी पर सिर्फ पांच ही लोग कर पाएंगे पूजा
भोपाल,11 अगस्त (इ खबर टुडे)। मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के बीच त्योहारों के मद्देनजर सरकार ने द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा। इसके साथ ही धार्मिक स्थलों पर केवल पांच लोग की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
इसी गाइडलाइन के अनुसार कल प्रदेशभर के मंदिरों में जन्माष्टमी मनाई जाएगी। सभी मंदिरों में कृष्ण जन्म के समय केवल पांच ही लोग पूजन करेंगे। जन्माष्टमी के साथ ही गणेश उत्सव और मोहर्रम सहित किसी भी त्योहार पर गाइडलाइन के अनुसार कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे। वहीं जुलूस पर भी प्रतिबंध लगा रहेगा।
बुधवार को घर घर में ‘नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ के मंगल गीतों से 12 अगस्त की रात 12 बजे सारा शहर गुंजायमान हो जाएगा। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की खुशियां और उत्साह मंदिरों, घरों में दिखाई देगा। भक्ति-भाव के साथ दही हांडियां फोड़ी जाएंगी और मक्खन मिश्री का भोग भगवान श्रीकृष्ण को लगाया जाएगा।
कोरोना संक्रमण के चलते ऑनलाइन दर्शन
इस वर्ष कोरोना के कारण सामूहिक मटकी फोड़ समारोह तो आयोजित नहीं होंगे। लोग अपने-अपने घरों में मटकी फोड़कर तीन लोक के स्वामी श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएंगे। भोपाल के राधाकृष्ण मंदिरों में भी बड़े स्तर पर कोई आयोजन नहीं होगा। प्र
शासन की गाइडलाइन के अनुसार सीमित संख्या में उचित शारीरिक दूरी के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा व आरती होगी। कई मंदिर समितियों ने निर्णय लिया है कि भक्तों को रात 12 बजे के जन्म के दर्शन ऑनलाइन कराए जाएंगे। लोग अपने-अपने घरों में ही रात 12 बजे पूजा-अर्चना करेंगे। मंदिरों में जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं।