भविष्य में कोई हिंदू बन सकता है अमेरिका का राष्ट्रपति-ओबामा
अपने आखिरी प्रेस वार्ता में बराक ओबामा ने कहा
वॉशिंगटन 19 जनवरी(इ खबरटुडे)। बतौर राष्ट्रपति अपनी अपने आखिरी प्रेस वार्ता में बराक ओबामा ने नस्लीय विविधता को देश की ताकत बताया। उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिका अच्छाइयों को पहचानता रहेगा और सभी को बराबरी के मौके देता रहेगा, तो उसे सिर्फ एक महिला राष्ट्रपति ही नहीं, भविष्य में लैटिन अमेरिका का कोई व्यक्ति, यहूदी या हिंदू राष्ट्रपति भी मिल सकता है।
कॉन्फ्रेंस में बिना नाम लिए ट्रंप की नीति पर निशाना साधा और कहा कि अलग-अलग नस्लों और आस्थाओं से ऊपर उठने वाले योग्य लोग ही अमेरिका की ताकत दर्शाते हैं। अपने आखिरी संबोधन में ओबामा ने अपनी बेटियों पर भी गर्व जताया।
ओबामा अमेरिका के पहला अश्वेत राष्ट्रपति बने
गौरतलब है कि 20 जनवरी को ओबामा की जगह डोनल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम देखेंगे कि योग्य लोग हर जाति, आस्था से उपर उठेंगे, क्योंकि यही अमेरिका की ताकत है। जब हर किसी को मौका मिलता है और हर कोई मैदान में होता है तो हम और बेहतर होते हैं। बताते चलें कि साल 2008 में जबरदस्त जीत हासिल करके ओबामा अमेरिका के पहला अश्वेत राष्ट्रपति बने थे, जो इतिहास बन गया है। उन्हें साल 2012 में दोबारा राष्ट्रपति चुना गया।