परिवार कल्याण के लिये शासन की अनुठी पहल -प्रेरणा योजना
रतलाम 06 जुलाई(इ खबरटुडे)।11 जुलाई से 11 अगस्त तक जनसंख्या स्थिरता माह के अंर्तत दम्पत्ति सम्पर्क पखवाड़ा मनाये जाने के साथ ही दम्पत्तियों को विशेष योजना बनाकर अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ धन लाभ भी प्राप्त करने का उपयुक्त अवसर प्रदान किया जा रहा है। शासन ने इसको धरातल पर पुख्ता रूप से अमलीजामा पहनाने के लिये प्लान बनाओ जिम्मेदारी निभाओं के नारे के साथ क्रियान्वित करने का निर्णय लिया है।
जन संख्या स्थिरता माह 11 जुलाई से 11 अगस्त तक मनाया जायेगा
इस क्रम में रतलाम जिले की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। 11 जुलाई विश्व जन संख्या दिवस के अवसर पर जन संख्या स्थिरता माह का शुभारम्भ किया जायेगा। जन संख्या स्थिरता माह में परिवार नियोजन के साधनों जैसे महिला-पुरूष नसबंदी, कापर-टी, ओरल पिल्स, निरोध आदि के हितग्राहियों को सेवाएंे प्रदान की जायेगी। इससे दो बच्चों के बीच अंतर रखने की विधियों पर विशेष बल दिया जायेगा। बच्चों के बीच अंतर रखने की विधि अपनाकर जन्म दर मंे 30 प्रतिशत की कमी लायी जा सकती है। इसी प्रकार परिवार कल्याण कार्यक्रम की सफलता से मातृ मृत्यु अनुपात, शिशु मृत्यु दर, प्रजनन दर में उल्लेखनिय सफलता दर्ज की जा सकती है।
योजना के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि महिला नसबंदी ऑपरेशन कराने पर हितग्राही को चौदह सौ रूपये की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में, दो सौ रूपये प्रेरक को, पुरूष नसबंदी कराने वाले हितग्राही को दो हजार रूपये की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में, तीन सौ रूपये प्रेरक को, प्रसव पश्चात सात दिवस के भीतर नसबंदी कराने पर हितग्राही को दो हजार दो सौ रूपये की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में तथा तीन सौ रूपये प्रेरक को प्रदान किये जाते है।
पहला बच्चा जल्दी नहीं, दूसरा बच्चा अभी नहीं, तीसरा बच्चा कभी नहीं
शासन की महत्वाकांक्षी प्रेरणा योजनान्तर्गत बीपीएल परिवार के हितग्राही का विवाह 19 वर्ष की उम्र के बाद हुआ हो, पहला बच्चा विवाह के दो वर्ष बाद हुआ हो तो पहला बच्चा पुत्र होने पर दस हजार रूपये, पहला बच्चा पुत्री होने पर बारह हजार रूपये, पहले और दूसरे बच्चे के बीच तीन साल का अंतर हो एवं इसके बाद परिवार कल्याण का स्थायी साधन जैसे पुरूष अथवा महिला नसबंदी अपना लिया हो, तो दोनों बच्चे पुत्र होने पर पन्द्रह हजार रूपये, दोनों बच्चों में एक पुत्र एवं एक पुत्री होने पर सत्रह हजार रूपये, दोनों बच्चे पुत्रियां होने पर उन्नीस हजार रूपये की राशि हितग्राही को प्रदान की जाती है। ऐसे दम्पत्ति समाज के लिये प्रेरक के रूप में कार्य करते है।
कार्यक्रम अंतर्गत परिवार कल्याण शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इसमें जिला चिकित्सालय रतलाम में प्रतिदिन(विशेष शिविर गुरूवार को), आलोट में सोमवार और बुधवार, रावटी, पिपलौदा एवं जावरा में प्रति गुरूवार, सैलाना प्रति सोमवार, सरवन में प्रति शनिवार, शिवगढ़ में प्रति बुधवार को परिवार कल्याण शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इन शिविरों में दम्पत्ति स्थायी साधन जैसे-पुरूष, महिला नंसबदी की सेवाएंे प्राप्त कर सकेगे।