पत्रकारों के मोबाइल पर प्रशासन का अडंगा
पत्रकारों ने दी बहिष्कार की चेतावनी,निर्वाचन आयोग को शिकायत
रतलाम,7 दिसम्बर (इ खबर टुडे)। निर्वाचन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा समय समय पर दिशा निर्देश जारी किए जाते है,लेकिन कई बार प्रशासन इन निर्देशों की उटपटांग व्याख्या करके समस्याएं उत्पन्न कर देता है। ऐसा ही वाकया आज रतलाम में हुआ जब प्रशासन ने ताबडतोड एक प्रेस वार्ता आयोजित कर मतगणना स्थल पर पत्रकारों के मोबाइल ले जाने पर रोक लगाने की सूचना दे दी।
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने मतगणना कक्ष में मोबाइल के उपयोग को प्रतिबन्धित किया है। इस निर्देश की व्याख्या इस तरह की गई कि पत्रकार मतगणना परिसर में भी मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। इसके विपरित निर्वाचन आयोग ने मतगणना परिसर में सर्वसुविधा युक्त मीडीया सेन्टर बनाने के निर्देश भी दिए है। यदि पत्रकार मीडीया सेन्टर में अपने मोबाइल नहीं ले जाएंगे तो समाचारों का संप्रेषण कैसे कर पाएंगे।
मीडीया जगत में प्रशासन के इस निर्णय की व्यापक प्रतिक्रिया हुई है। पत्रकारों के अनेक संगठनों द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त नई दिल्ली और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल को ई मेल द्वारा मतगणना के बहिष्कार की चेतावनी दी है। पत्रकारों की मांग है कि मीडीया सेन्टर में मोबाइल के उपयोग की अनुमति दी जाए। यदि मीडीया सेन्टर में मोबाइल के उपयोग को प्रतिबन्धित किया जाएगा तो पत्रकारों के मतगणना परिसर में होने का कोई औचित्य ही नहीं रह जाएगा।
मतगणना स्थल पर अफरा तफरी का माहौल
जिला प्रशासन ने पहली बार चाक चौबन्द व्यवस्था के नाम पर मुख्यद्वार से मतगणना कक्षों तक बैरिकेटिंग की है। इस नई व्यवस्था से मतगणना स्थल की हालत अस्त व्यस्त हो गई है। कन्या महाविद्यालय में पहले भी कई बार मतगणना की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। लेकिन मुख्यद्वार से गणना कक्षों तक की बेरिकेटिंग नहीं की जाती थी। द्वार से कक्षों तक की बेरिकेटिंग के कारण गणना कार्य में लगे कर्मचारियों और गणना एजेन्टों को आने जाने में काफी असुविधा का सामना करना पडेगा। आज दोपहर हुई माक ड्रिल में भी अफरा तफरी का महौल ही नजर आता रहा।