November 22, 2024

पंचायतों की व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर ने नाराजगी जताई

जिला अधिकारियों की बैठक संपन्न

रतलाम 21 जुलाई(इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने जिले में ग्राम पंचायतों की व्यवस्थाओं को लेकर रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान पंचायतों में पंचायत सचिव और पटवारी नदारद मिले और वहां कर्मचारियों के बैठने के कोई इंतजाम नहीं पाए गए।
डा.गोयल आज यहां जिला अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। कलेक्टर ने जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों से भी इस बारे में कैफियत तलब की। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि एसडीएम पंचायतों का निरीक्षण नहीं करते। डा.गोयल ने साफ शब्दों में कहा कि जब पंचायत सचिव और पटवारी की ऐसी स्थिति है तो अन्य विभागों के ग्राम स्तर पर पदस्थ कर्मचारियों के बारे में सहज ही कल्पना की जा सकती है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मंगलवार को पंचायत में उपलब्ध रहने की दृष्टि से तत्काल पंचायत सचिवों और पटवारियों का रोस्टर तैयार किया जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत अन्य विभागों के कर्मचारियों के लिए भी पंचायतों में बैठने के लिए दिन निश्चित किए जाने के निर्देश दिए। प्रति मंगलवार को विशेष रूप से कृषि,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और एमपीईबी के कर्मचारियों को ग्राम पंचायत में उपस्थित रहना होगा।
कलेक्टर ने इस स्थिति को अत्यन्त विचित्र करार दिया कि ग्राम पंचायतें नहीं खुलती हैं किन्तु किसी भी सक्षम अधिकारी ने इस बारे में कोई रिपोर्ट नहीं भेजी है। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ कर्मचारियों को अपना अवकाश विभाग के खण्ड स्तरीय अधिकारी से मंजूर कराना होगा यदि खण्ड स्तरीय अधिकारी डयूटी से नदारद क्षेत्र के कर्मचारी के बारे में यह कहता है कि वह अवकाश पर नहीं है तो संबंधित कर्मचारी का निलम्बन तय है।

पंचायतों में ग्रामीण बच्चों को इन्टरनेट की सुविधा मिलेगी

कलेक्टर ने बैठक में सीईओ जिला पंचायत  अर्जुनसिंह डावर को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों में उपलब्ध इन्टरनेट सुविधा का लाभ ग्रामीण बच्चों को नि:शुल्क या नाममात्र के शुल्क पर देने की दिशा में कदम उठाएं।उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को इससे रोजगार के अवसरों तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हो सकेंगी। कलेक्टर ने रोजगार अधिकारी को निर्देशित किया कि वे एक वेबपेज तैयार करें जिसमें रोजगार अवसरों से जुड़ी लिंक उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को मदद मिलेगी।

बीएलओ की डयूटी से हटेंगे शिक्षक

कलेक्टर डा.गोयल ने बैठक के दौरान शिक्षकों की बीएलओ के रूप में डयूटी करने के प्रति अनिच्छा का जिक्र आने पर निर्देश दिए कि जो शिक्षक बतौर बीएलओ काम नहीं करना चाहते उन्हें इस डयूटी से तत्काल मुक्त किया जाए।इसके लिए संबंधित शिक्षक एसडीएम या उप जिला निर्वाचन अधिकारी को 31जुलाई तक अपने आवेदन दे सकते हैं। इसके बाद 5 अगस्त तक अभियान चलाकर डयूटी निरस्त की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षकों के स्थान पर एएनएम, पटवारी,पंचायत सचिव तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को डयूटी पर तैनात किया जाएगा।

पंचायतों में इंदिरा आवास हितग्राहियों की सूची लगाएं

बैठक में डा.गोयल ने पंचायतों के निरीक्षण के दौरान वहां इंदिरा आवास योजना के हितग्राहियों की सूची स्थाई निर्देश के बावजूद प्रदर्शित नहीं होने को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इस बारे में सीईओ जिला पंचायत को जरूरी पहल करने को कहा। कलेक्टर ने इसके लिए एक सप्ताह का वक्त मुकर्रर करते हुए चेतावनी दी कि सूची लिखी न पाए जाने पर संबंधित पंचायत सचिव के विरूध्द तत्काल अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

निर्माण कार्यों की प्रगति की पड़ताल

बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के निर्माण कार्यों की प्रगति की भी पड़ताल की। विलम्बित कार्यों को लेकर उन्होंने कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण श्री निर्मल श्रीवास्तव एवं परियोजना क्रियान्वयन इकाई के अधिकारी से स्थिति स्पष्ट करने को कहा। उन्होंने कहा कि विभागीय निर्माण कार्यों की प्रगति असंतोषजनक है और ज्यादातर कार्य विलम्बित हो रहे हैं। उन्होंने ऐसे मामलों का ब्यौरा तलब किया जिसमें संबंधित ठेकेदार पर लगाया गया दण्ड वरिष्ठ कार्यालय द्वारा अपने आदेश से निरस्त किया गया हो। उन्होंने कहा कि निर्माण की लागत बढ़ने पर संबंधित अधिकारी को इसका कारण बताना होगा।

कलेक्टर करेंगे दफ्तरों का मुआयना

कलेक्टर डा.संजय गोयल जल्द ही स्वयं विभिन्न विभागों के जिला कार्यालयों का निरीक्षण शुरू करेंगे। उन्होंने विभाग प्रमुखों को सचेत किया कि वे अपने अधीनस्थों की लिखित डयूटी लगाएं और कर्मचारियों का रजिस्टर ठीक ढ़ंग से संधारित करें। यदि प्रात:11 बजे रजिस्टर में किसी कर्मचारी के दस्तखत नहीं पाए गए तो उस कर्मचारी को दण्डित किया जाएगा। उन्होंने कार्यालय मेन्युअल के मुताबिक कर्मचारियों का नाम और पद प्रदर्शित करने वाली नेमप्लेट लगाए जाने की भी ताकीद की। सभी विभाग प्रमुखों को निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदक को उसके आवेदन की पावती जरूर दी जाए।

बीमारियों से बचाव के लिए सचेत रहे

बैठक में कलेक्टर ने बारिश के दौरान संभावित बीमारियों से लोगों के बचाव के लिए संबंधित अधिकारियों को सावधानी बरतने तथा जरूरी कदम उठाने की हिदायत दी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.पुष्पेन्द्र शर्मा को निर्देश दिए कि छतों पर जमा पानी हटवाने और कूलर खाली कराने के संबंध में उचित पहल करें। रोगों से बचने के लिए जरूरी सावधानियों के बारे में  भी आम नागरिकों को जागरूक बनाया जाए। उन्होंने आयुक्त नगर निगम श्री सोमनाथ झारिया को निर्देशित किया कि ठहरे पानी वाले पोखरों व अन्य स्थानों में दवा या आईल डलवाएं।

ग्राम स्तर पर भी होगी मलेरिया की जांच

बैठक में कलेक्टर डा.गोयल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से ग्रामीण इलाकों में पानी की शुध्दता और मलेरिया की रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी ली। सीएमएचओ ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं को पानी को शुध्द करने के लिए क्लोरीन टेबलेट्स मुहैया करवाई गई हैं। इसी प्रकार आशा कार्यकर्ताओं को मलेरिया किट भी दिए गए हैं जिससे वे मलेरिया की जांच कर सकती हैं।

हरियाली अभियान की तैयारियों पर चर्चा

बैठक में डा.गोयल ने हरियाली अभियान के अन्तर्गत एक ही दिन में पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर पौधरोपण के बारे में जिले में की जा रही तैयारियों की भी जानकारी ली।उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इसके लिए रणनीति तैयार कर कार्यवाही को अमल में लाए जाने की हिदायत दी। कलेक्टर ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अभियान के अन्तर्गत किए जाने वाले वाले पौधारोपण कार्य की देखरेख करें।अनुविभागीय अधिकारियों को भी इस बारे में कलेक्टर ने सचेत किया।आयुक्त नगर निगम को शहरी क्षेत्रों में हरियाली अभियान की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत  अर्जुनसिंह डावर, अपर कलेक्टर  निर्मल उपाध्याय, संयुक्त कलेक्टर  आर.के.नागराज, विनय कुमार धोका व एसडीएम सैलाना के.सी.जैन एवं अन्य विभाग प्रमुख मौजूद थे।

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