November 16, 2024

नीरव मोदी ने बहन पूर्वी के अकाउंट में यूं ट्रांसफर किए थे पैसे

मुंबई,19 जून (इ खबरटुडे)।हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने भारत छोड़ने का फैसला करने के बाद सिंगापुर में स्थाई निवास के लिए सिंगापुर पर्मांनेंट रेजिडेंट (एसपीआर) का दर्जा पाना चाहता था। उसने सिंगापुर अथॉरिटी को इसका आवेदन भी दिया। हालांकि, उसे एसपीआर स्टेटस नहीं मिल सका क्योंकि सीबीआई ने पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) फ्रॉड केस में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। खबर यह भी है कि उसने सिंगापुर का पासपोर्ट भी बनवाने की फिराक में था।नीरव मोदी जनवरी के पहले सप्ताह में भारत से भागा था और कहा जाता है कि इसी दौरान उसने सिंगापुर अथॉरिटी को आवेदन भी दे दिया था। आवेदन में प्रफेशन यानी व्यवसाय वाले कॉलम में उसने बिजनसमैन लिखा और प्रति माह डेढ़ लाख सिंगापुर डॉलर (करीब 75 लाख रुपये) शुद्ध मासिक आय बताई। वह ‘वैश्विक निवेशक कार्यक्रम के लिए लागू’ श्रेणी के तहत एसपीआर स्टेटस चाहता था। गौरतलब है कि सिंगापुर के किसी नागरिक का जीवनसाथी, बच्चे और माता-पिता एसपीआर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इनके अलावा, सिंगापुर के नागरिक से जुड़ा कोई निवेशक या आंट्रप्रन्योर भी इसका आवेदन दे सकता है।

नीरव मोदी ने जिस आवेदन के जरिए सिंगापुर में प्रवेश और वहां रहने का अनुमति मांगी थी, उसमें उसने कहा था कि उसके पास 8 मई 2027 तक की वैधता वाला भारतीय पासपोर्ट है। सीबीआई ने नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ फर्जी लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एलओयू) के जरिए पंजाब नैशनल बैंक से 6,500 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का मुकदमा जनवरी के आखिर में दायर किया था। उसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया। नीरव मोदी के एक एंप्लॉयी ने जांच एजेंसियों को एसपीआर ऐप्लिकेशन की कॉपी मुहैया कराई।

इस केस की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि नीरव मोदी के पास एक भारतीय पासपोर्ट है जिसे भारत सरकार ने फरवरी में रद्द कर दिया था। चूंकि पासपोर्ट रद्द करने का रेडकॉर्नर नोटिस जारी नहीं किया गया, इसलिए नीरव मोदी बिना किसी बाधा के उसी रद्द पासपोर्ट पर एक से दूसरा देश भागता रहा। सामान्यतः एयरपोर्ट अथॉरिटीज वैध वीजा और पासपोर्ट एक्सपायरी डेट देखते हैं। चूंकि भारत सरकार की तरफ से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया, इसलिए किसी इंटरनैशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी को पता नहीं चल पाया कि नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द हो चुका है और किसी ने उसे कभी नहीं रोका।

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