December 25, 2024

नाले में कम्प्यूटर बाबा दो घंटे तक शिष्यों के साथ डटे रहे

एक दिन पहले ही एक बूंद गंदा पानी नहीं मिलने देने का किया था दावा, पीएचई अधिकारी ने रखा बचाव
उज्जैन,15फरवरी(इ खबरटुडे)।रविवार को कम्प्यूटर बाबा ने एक बार फिर से उज्जैन जिला प्रशासन की सांस चढ़ा दी है। प्रभारी मंत्री के दावे के विरुद्ध संत ने सत्याग्रह कर जता दिया कि प्रशासनिक अधिकारी राजनेताओं को अंधेरे में रख रहे हैं। खान के बाद नाले का शिप्रा में मिलन 8 दिन में दूसरी बार पीएचई को अपना बचाव करना पड़ रहा है।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के दंभोक्ति से प्रेरित होकर प्रभारी मंत्री ने शनिवार को शिप्रा में एक बूंद गंदा पानी नहीं मिलने देने की बात कही थी। 24 घंटे के दरमियान ही इस मुद्दे को लेकर आंदोलनरत कम्प्यूटर बाबा ने सत्याग्रह कर दूध का दूध, पानी का पानी कर दिया। स्थल पर उपमेला अधिकारी को आश्वासन देना पड़ा।
पीएचई कार्यपालन यंत्री ने दी सफाई 
पीएचई के कार्यपालन यंत्री की ओर से संत के सत्याग्रह के बाद सफाई दी गई है। उनके अनुसार शिप्रा में आज की स्थिति में कोई भी नाला नहीं मिल रहा है। नालों का पानी सदावल ट्रीटमेंट प्लांट में पम्पिंग कर ले जाकर ट्रीटमेंट किया जा रहा है। उपचार किया गया पानी जिसका बीओडी 15 से 20 है। भण्डारिया नाले में छोड़ा जा रहा है। भण्डारिया नाले पर भी स्टापडेम का निर्माण हो रहा है। स्टापडेम में पानी रोककर इसे खान नदी में मिलाया जायेगा। कार्यपालन यंत्री के बयान को सोश्यल मीडिया पर जनसंपर्क विभाग के सहायक संचालक ने वायरल किया है।
सोश्यल मीडिया पर उठे सवाल
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर रविवार को एक बार फिर से सवाल खड़े हुए हैं। कम्प्यूटर बाबा के मामले को लेकर जैसे ही सफाई की स्थिति बनी तत्काल ही इस पर सवाल उठाया गया कि सदावल के तालाब में जो पानी शिफ्ट किया जा रहा है वह शहर के ही नालों का पानी है और उसी पानी को घुमा-फिरा कर नदी में डाला जा रहा है। पीएचई के अधिकारी सालों से इस गोरखधंधे में माहिर है। पहले यह पानी ईट-भट्टा संचालकों को बाले-बाले दिया जाता था और अब खेतीहरों को।
आज रतलाम में भिक्षा मांगेंगे
षड्दर्शन साधु मंडल के सचिव महंत नृसिंहदास के अनुसार सिंहस्थ उज्जैन में शिप्रा में नालों का अशुद्ध पानी मिल रहा है। इस मुद्दे शासन संतों की उपेक्षा कर रहा है। संत समाज ने महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व में एकजुट होकर प्रधानमंत्री को पत्र से सूचित किया है। संतों ने दिल्ली जंतर-मंतर पर आंदोलन कर अपनी व्यथा सरकार व जनता के समक्ष रखने का निर्णय लिया है। संत समाज ने आम जन से भिक्षा लेकर इस आंदोलन को चलाने का निर्णय लिया और सडक़ पर उतर आये। इसी के तहत उज्जैन से शुरु हुए इस आंदोलन में देवास, इंदौर में संत समाज ने भिक्षा ग्रहण की। सोमवार को रतलाम के चांदनी चौक में सैकड़ों संतों व आचार्यों के साथ महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा भिक्षा ग्रहण करेंगे।

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